खेत-खलियान

खुद के खर्च पर ट्रांसफार्मर लगवा रहे किसान, लेकिन लाइन से जोड़ने में लेटलतीफी

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कैसे होगी फसल में सिंचाई, किसानों में नाराजगी, भाकिसं ने दी बिजली कंपनी के घेराव की चेतावनी

देवास। इन दिनों खेतों में गेहूं-चने की फसल लहलहा रही है। फसल में सिंचाई के लिए किसानों को बिजली संबंधी समस्या से जूझना पड़ रहा है। जो किसान अपने स्वयं के खर्च से ट्रांसफार्मर लगवा रहे हैं, उन्हें कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आवेदन सहित अन्य प्रक्रिया पूर्ण होने पर भी उनके ट्रांसफार्मर बिजली लाइन से नहीं जोड़े जा रहे हैं। किसान बार-बार बिजली कंपनी के कार्यालय पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे रहा है। इसे लेकर किसानों में नाराजगी है।

उल्लेखनीय है, कि रबी फसल में किसानों को सिंचाई करना है। जिन किसानों के पास पर्याप्त पानी है, लेकिन वॉल्टेज के उतार-चढ़ाव के कारण वे स्वयं के खर्च पर ट्रांसफार्मर लगवा रहे हैं। ट्रांसफार्मर लगवाने में जटिल खानापूर्ति और भारी खर्च के बावजूद समय पर ट्रांसफार्मर नहीं लगाया जा रहा है। खेतों पर ट्रांसफार्मर लगाने का कार्य बिजली कंपनी के अनुबंधित ठेकेदार करते हैं। मेंढकीधाकड़, राजपुरा सहित अन्य गांवों में कुछ खेतों में अुनबंधित ठेकेदार ने किसानों के यहां ट्रांसफार्मर लगाकर बिजली भी शुरू कर दी, लेकिन दो-तीन दिन बाद बिजली कंपनी के कर्मचारियों ने आकर लाइन काटकर ट्रांसफार्मर को नीचे उतार दिया। कर्मचारियों का कहना था कि आपकी फाइल हमारे पास नहीं आई है। जबकि किसानों का कहना है, कि हमने ट्रांसफार्मर लगवाने संबंधी संपूर्ण खानापूर्ति की है और राशि जमा करवा दी है। ये प्रक्रिया पूरी किए हुए कई किसानों को एक महीने से अधिक हो गए हैं। ट्रांसफार्मर से बिजली सप्लाय नहीं होने से किसान सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। इससे उनकी फसल प्रभावित हो रही है।

किसानों की शिकायत पर भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधि मंडल ने बिजली कंपनी के अधीक्षण यंत्री से मुलाकात कर चर्चा की। संघ के जिला मंत्री शेखर पटेल ने बताया, कि किसानों ने अपनी फसल को बचाने के लिए प्राइवेट ट्रांसफार्मर खरीदे हैं। इनकी कागजी कार्रवाई किए हुए एक माह से अधिक बीत गया, लेकिन अभी तक ट्रांसफार्मर खेत तक नहीं पहुंच पाए और जहां पहुंच गए हैं, वहां पर एमपीईबी द्वारा वापस हटा दिए गए। इसका भारतीय किसान संघ घोर विरोध करता है। किसी भी डीसी पर ट्रांसफार्मर की केबल उपलब्ध नहीं है। सभी जगह खुले तार लटक रहे हैं। एलटी लाइन के तार भी चार्ज हो चुके हैं उस ओर भी किसी का ध्यान नहीं है। अगर इन पर तत्काल ध्यान नहीं दिया गया तो भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में धरना दिया जाएगा।

भाकिसं के जिला कार्यकारी सदस्य ईश्वरलाल पटेल, राजेंद्र पटेल, धर्मेंद्र चौधरी सिरोल्या, नीलेश पटेल सिरोल्या आदि कार्यकर्ताओं ने कहा, कि अगर किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया तो देवास में बिजली कंपनी के अधिकारियों के कार्यालयों का घेराव कर ताले जड़ेंगे।

 

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