प्रदेश के प्रमुख बांधों में लगभग 70 प्रतिशत हुआ जल भराव

प्रदेश में औसत से 54 प्रतिशत अधिक बारिश
भोपाल। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा है, कि प्रदेश में बारिश की स्थिति अच्छी है।
इस मानसून में मध्यप्रदेश में आज दिनांक तक 645.20 मिमी वास्तविक वर्षा दर्ज की गई है, जो प्रदेश की औसत वर्षा से 54% अधिक है। राज्य के पूर्वी हिस्से में औसत से 66% अधिक एवं पश्चिमी हिस्से में औसत से 44% अधिक वर्षा दर्ज की गई है।
विगत वर्ष आज की स्थिति में मध्यप्रदेश में वास्तविक वर्षा 447.40 मिलीमीटर दर्ज हुई थी, जो कि प्रदेश की औसत वर्षा से 7% अधिक थी। प्रदेश के प्रमुख बांधों में जल भराव की स्थिति भी अच्छी है। विगत वर्ष आज दिनांक की स्थिति में प्रदेश के प्रमुख बांधों में लगभग 43.67% औसत जल भराव था, जबकि इस वर्षाकाल में अच्छी बारिश के चलते प्रदेश के प्रमुख बांधों में 69.45% जलभराव हो चुका है। प्रदेश के 22 बांधों के जल द्वार खोले जा चुके हैं।
जल संसाधन मंत्री श्री सिलावट ने सोमवार को मुख्य अभियंता बोधी कार्यालय स्थित राज्य बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्रदेश में वर्षा और जलाशयों में जलभराव की स्थिति की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में मुख्य अभियंता सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
पूर्ण सजगता और सक्रियता से कार्य करें-
बैठक में मंत्री श्री सिलावट में निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी बांधों एवं जलाशयों की निरंतर निगरानी की जाए और सभी सुरक्षात्मक उपाय किए जाएं। विभाग के अधिकारी, जिला प्रशासन एवं सभी संबंधित अधिकारियों से समन्वय बनाकर कार्य करें। सभी जिलों में बाढ़ नियंत्रण कक्ष प्रभावी रूप से कार्य करें और अतिवृष्टि एवं बाढ़ की जानकारी राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष को भेजते रहें। बांधों से जल छोड़ने की जानकारी सभी संबंधियों को दी जाए और विशेष रूप से ढिंढोरी पिटवाकर व अन्य साधनों से आमजन को समय से पूर्व उपलब्ध कराई जाए।
मंत्री श्री सिलावट ने निर्देश दिए कि मानसून के इस चुनौती पूर्ण समय में पूर्ण सजगता और सक्रियता के साथ कार्य करें, जिससे प्रदेश में कोई भी अप्रत्याशित घटना ना हो और ना ही किसी प्रकार से जान-माल का नुकसान हो। मंत्री श्री सिलावट ने बताया, कि प्रदेश के सभी प्रमुख बेसिन में बांधों के जल ग्रहण क्षेत्र में मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी वर्षा के पूर्वानुमान, पानी की आवक और बांधों के गवर्निंग लेवल के दृष्टिगत गेटों का संचालन किया जा रहा है, जिससे बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में है।
रिजर्वायर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम में चिन्हित प्रदेश के 286 प्रमुख बांधों में से 86 बांधों में 90% से अधिक, 31 बांधों में 75% से 90% तक तथा 40 बांधों में 50% से 75% तक जल भराव हो चुका है। इसी प्रकार 59 बांधों में 25 प्रतिशत से 50% तक, 35 बांधों में 10% से 25% तक तथा 35 बांधों में 10% से कम जल भरा हुआ है।



