इंदौर। पिछले एक वर्ष में मालवा-निमाड़ यानि पश्चिम मप्र में औद्योगिक, उच्चदाब की बिजली मांग में औसत 6.50 फीसदी से ज्यादा की बढ़त रही। इसी के अनुरूप आपूर्ति की गई। औद्योगिक उच्चदाब कनेक्शनों को पिछले वर्ष की तुलना में 53 करोड़ यूनिट बिजली की ज्यादा आपूर्ति हुई। वहीं कंपनी को करीब 430 करोड़ रूपए ज्यादा राजस्व मिला है।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अनूप कुमार सिंह ने बताया कि प्रतिमाह औद्योगिक, उच्च दाब कनेक्शनों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। अब यह संख्या 4725 हो गई है। इन कनेक्शनों में से भी 3300 से ज्यादा इंदौर शहर, इंदौर ग्रामीण, पीथमपुर, देवास के समीप स्थित है।
उन्होंने बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष में औद्योगिक उच्चदाब कनेक्शनों को कुल 821 करोड़ यूनिट बिजली दी गई। यह वित्तीय वर्ष 2023-24 में 768 करोड़ यूनिट थी। हाल ही में समाप्त वित्तीय वर्ष के दौरान बारह माह में औद्योगिक उच्चदाब कनेक्शनों के सबसे ज्यादा बिजली आपर्ति फरवरी में 82 करोड़ यूनिट रही। जबकि सबसे कम आपूर्ति वाला माह नवंबर 2024 रहा, नवंबर में 61 करोड़ यूनिट की आपूर्ति रही थी।
पूरे वित्तीय वर्ष में औद्योगिक उच्चदा कनेक्शनों को दी गई बिजली की कुल 6600 करोड़ रुपए की बिलिंग की गई। वर्तमान में इंदौर, पीथमपुर, देवास आदि क्षेत्र में औद्योगिक, उच्चदाब के नए कनेक्शन की सतत मांग बनी हुई है। यहां सतत कनेकशन भी तय समय में दिए जा रहे हैं।
प्रबंध निदेशक श्री सिंह ने बताया, कि उच्चदाब कनेक्शनों की आपूर्ति, बिलिंग, इन्हें शासकीय नियमानुसार छूट या सहायता देने के लिए विशेष रूप से वरिष्ठ अधिकारी पदस्थ हैं, जो उद्योगपतियों, उद्योग संचालकों से सतत संपर्क में बने रहते हैं।