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सेवा सहकारी समिति की ऋण जमा करने की ड्यू डेट नहीं बढ़ने से हजारों किसान हो गए डिफॉल्टर

ByNews Desk

Apr 3, 2025
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– भारतीय किसान संघ की बैठक में किसानों की समस्या को लेकर हुई चर्चा

देवास। जिले के हजारों किसानों के लिए बड़ा संकट खड़ा हो गया है। जिला सहकारी बैंक की ऋण अदायगी की अंतिम तिथि 28 मार्च थी, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण कई किसान समय पर राशि जमा नहीं कर पाए, जिससे वे डिफॉल्टर हो गए।

इस मुद्दे पर भारतीय किसान संघ की बैठक में गहरी चिंता जताई गई। किसानों का कहना है, कि पिछले वर्ष खराब फसल के कारण उनकी आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर हो गई, जिससे वे ऋण चुकाने में असमर्थ रहे। वहीं, समर्थन मूल्य पर गेहूं की तुलाई में देरी और भुगतान समय पर न होने से किसानों की परेशानियां और बढ़ गई हैं। किसानों को अब 12 से 13% दंड ब्याज चुकाना होगा, जिससे उनकी मुश्किलें और गहरा गई हैं। इस गंभीर स्थिति को लेकर भारतीय किसान संघ ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर तत्काल राहत की मांग की है।

भारतीय किसान संघ की जिला बैठक कृषि उपज मंडी देवास में रखी गई। इसमें प्रांत सदस्य रामप्रसाद सूर्या, प्रांत प्रचार प्रमुख गोवर्धन पाटीदार, उज्जैन संभाग अध्यक्ष दशरथ पंडया, संभाग मंत्री बहादुरसिंह राजपूत, जिलाध्यक्ष हुकुमचंद उपस्थित थे।

बैठक में किसानों ने बताया, कि पिछले वर्ष गेहूं फसल में नुकसान हुआ था और इस वर्ष खरीफ फसल सोयाबीन व मक्का का जिले में बहुत कम उत्पादन हुआ, जिसका अभी तक न हीं राहत राशि मिली न ही बीमा क्लेम, जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति डगमगा गई। इसी कारण किसान समय पर सोसाइटी का फसल ऋण जमा नहीं कर पाए।

वहीं गेहूं तुलाई 15 मार्च से शुरू हुई। होली की छुट्टी होने के कारण 20 मार्च के बाद तुलाई शुरू हुई। अभी तक अधिकतर किसानों के गेहूं की समर्थन मूल्य में तुलाई नहीं हुई है। जिन किसानों का गेहूं तुल गया है, उनका पेमेंट अभी तक नहीं आया है। इस विषय को लेकर भारतीय किसान संघ ने प्रत्येक तहसील में मुख्यमंत्री के नाम 25 मार्च को ज्ञापन सौंपा था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे देवास जिले के हजारों किसान डिफाल्टर हो गए। अब किसानों को 12 से 13% दंड ब्याज भरना पड़ेगा।

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बैठक में बताया, कि किसानी की गिरदावरी सही समय पर नहीं होने के कारण पुरानी फसल दर्ज हो गई। इस कारण जिन किसानों ने अपने खेतों में गेहूं बोए थे, उन किसानों के रकबे में गेहूं नहीं चढ़ा। इस कारण पोर्टल पर गेहूं नहीं दर्शा रहा है। इस कारण किसानों को रकबे के हिसाब से बहुत कम गेहूं तुलाई हो रही है।

बैठक पश्चात भारतीय किसान संघ ने कलेक्टर कार्यालय में एडीएम को ज्ञापन सौंपा।
इस अवसर पर जिला मंत्री शेखर पटेल, जिला उपाध्यक्ष नारायण मंडलोई, भगवान भाई पटेल, राकेश जाट, आनंद मेहता, केदार पाटीदार, अजबसिंह चावड़ा, चम्पालाल मुकाती एवं सभी तहसीलों के पदाधिकारी उपस्थित थे।