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चंद्रपुर. शहर के कुछ वार्डों में सरकारी नलों से पिछले 1 महीने से दूषित पानी आ रहा है. यह पानी पीने के लायक नहीं है. शहर के बापटनगर के पोस्टल कालोनी वसाहत में सरकारी नल से दूषित जलापूर्ति हो रहा है. इस संदर्भ में मनपा में आनलाइन शिकायत करने के बावजूद मनपा कर्मचारियों को पाइप लाइन कहां फूटी है यह समझ नहीं आ रहा है. मनपा कर्मचारियों द्वारा महज लीपापोती करने से नागरिकों में रोष है. नागरिकों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया जा रहा है.
1 महीने से नहीं दे रहा कोई ध्यान
शहर के बापटनगर पोस्टल कालोनी वसाहत में नलों में पिछले 1 महीने से दूषित पानी आ रहा है. पानी में नाली का पानी मिश्रित होने से उससे बदबू आ रही है. वह पानी पीना तो दूर की बात नहाने और कपड़े धुलाई करने से भी लोग बच रहे हैं. इससे कुछ लोग सबमर्सिबल का सहारा ले रहे हैं, तो कुछ को सरकारी हैंडपंप से पानी भरना पड़ रहा है. इस संदर्भ में परिसर निवासी फिलोमिना जार्ज थामस ने बताया कि पिछले 1 महीने से यह स्थिति है. नलों से आ रहा पानी पीने योग्य नहीं है.
इस संदर्भ में 2 मार्च को आनलाइन शिकायत की गई. जिसका शिकायत क्रमांक 1215 है, लेकिन मनपा कर्मचारी अब तक फाल्ट नहीं ढूंढ पाए हैं. बापटनगर परिसर में कई छोटे बच्चे व बुजुर्ग है. शुद्ध जलापूर्ति नहीं होने पर उनके स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ सकता है. इसलिए जल्द से जल्द पोस्टल कालोनी में जलापूर्ति पाइप लाइन की दुरुस्ती करने की मांग मनपा आयुक्त से की गई. समस्या के संबंध में ज्ञापन की एक प्रति पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार को सौंपी गई है.
बीमारियां बढ़ने की आशंका
नागरिकों ने बताया कि दूषित पानी पीने से लोग पेट की बीमारियों और टायफाइड आदि का शिकार हो रहे हैं. दूषित पानी से पेट से जुड़ी ज्यादातर बीमारियां डायरिया आदि दूषित पानी पीने से ही होती हैं. इसके अलावा दूषित पानी पीने से टाइफाइड, जापानी बुखार भी हो सकता है. साथ ही भोजन बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला पानी भी साफ होना चाहिए. दूषित पानी पीना सेहत के लिए बेहद खतरनाक है. ऐसे में मनपा ने शहर को स्वच्छ बनाने के साथ ही लोगों को स्वच्छ पेयजल भी मुहैया कराना चाहिए. बिना सही सुविधा दिए लोगों से पानी का टैक्स वसूलना उचित नहीं है.
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