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चंद्रपुर. ताड़ोबा अंधारी प्रकल्प के बफर क्षेत्र के गांवों में मानव-वन्यजीव संघर्ष बढ़ रहा है. अब घरों में वन्यप्राणी पहुंचने से लोगों में दहशत का माहौल है. चंद्रपुर बफर परिक्षेत्र के मामला उपक्षेत्र में आने वाले वायगांव में सुबह तेंदुआ एक घर में घुस गया. इस समय घर में कोई मौजूद नहीं था. लोगों ने वन विभाग को सूचना दी.
जिसके बाद वन विभाग की टीम गांव में पहुंची. 7 घंटे चले रेस्क्यू आपरेशन के बाद तेंदुए को बेहोश कर पिंजरे में कैद करने में वन कर्मियों को सफलता मिली. घटना से गांव में तनाव की स्थिति बन गई थी. रामनगर पुलिस स्टेशन के अधिकारी व कर्मचारियों ने स्थिति को संभाला.
जंगल से घिरा है वायगांव
चंद्रपुर बफर वनपरिक्षेत्र के वायगांव मामला शिवार में कुछ दिनों पहले एक जख्मी बाघ की मृत्यु हुई थी. वायगांव जंगल से घिरा हुआ है. गांव में वन विभाग कर्मचारियों की ओर से गश्त लगाई जाती है. इस गांव में रात के समय वन्यप्राणी आते हैं. पटाखे फोड़कर उन्हें जंगल से भगाया जाता है.
गांव में तेंदुआ घुसने की सूचना मिलते ही वन विभाग की ओर से रेस्क्यू आपरेशन चलाया गया. करीब 7 घंटे के आपरेशन के बाद तेंदुए को बेहोश कर पिंजरे में कैद किया गया. वायगांव में सुबह से ही रैपिड रिस्पान्स टीम, पशु वैद्यकीय अधिकारी, पुलिस टीम तेंदुए को पकडने का प्रयास कर रही थी. बफर क्षेत्र के उपसंचालक पाठक, सहायक वनसंरक्षक येडे, वन परिक्षेत्र अधिकारी स्वाति मैसकर, निमकर, वनरक्षक डोंगरे की टीम घटनास्थल पर थी. तेंदुए की गर्दन पर तार के जख्म पाए गए. तेंदुआ 8 से 9 महीने की मादा है.
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