UP News | यूपी में निकाय चुनाव का रास्ता साफ, कैबिनेट ने अयोध्या में 465 करोड़ के कामों, नई खेल नीति, स्क्रैप नीति को दी मंजूरी

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यूपी में निकाय चुनाव का रास्ता साफ, कैबिनेट ने अयोध्या में 465 करोड़ के कामों, नई खेल नीति, स्क्रैप नीति को दी मंजूरी

-राजेश मिश्र

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में निकाय चुनावों (UP Civic Elections) के जल्दी होने का रास्ता भी साफ हो गया है। मंत्रिपरिषद ने निकाय चुनावों में आरक्षण को लेकर गठित आयोग की रिपोर्ट में की गयी सिफारिशों को मंजूरी दे दी है। अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर निर्माण के चलते पर्यटकों का बढ़ती आवा-जाही के मद्देनजर वहां विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए 465 करोड़ रुपए विभिन्न कामों को भी मंजूरी दी गयी है।

उत्तर प्रदेश के तीन जिलों की 213 एकड़ जमीन पर औद्योगिक क्लस्टर्स (Industrial Cluster) बनाए जाएंगे। बाराबंकी, रायबरेली और मऊ जिलों में दशकों से निष्प्रयोज्य पड़ी जमीन को औद्योगिक उपयोग में लाने के लिए मंत्रिपरिषद ने मंजूरी दे दी है। इन जमीनों पर एमएसएमई और आईटी पार्क बनाए जाएंगे।

पिछड़ा वर्ग आयोग की सिफारिशों को  मंजूरी 

शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई बैठक में मंत्रिपरिषद ने उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनावों में आरक्षण को लेकर गठित पिछड़ा वर्ग आयोग की सिफारिशों को  मंजूरी दे दी है। नगर विकास मंत्री ए.के. शर्मा ने बताया कि निकाय चुनाव को लेकर बीते पांच दिसंबर को अधिसूचना जारी हुई थी। इसके बाद कुछ याचिकाएं उच्च न्यायालय में दाखिल की गईं, जिस पर न्यायालय ने आरक्षण की प्रक्रिया को समर्पित आयोग बनाकर जांचने के आदेश दिए थे। 

जल्द होंगे निकाय चुनाव

उन्होंने बताया कि 27 दिसंबर को उच्च न्यायालय का आदेश आया था, जिसके अगले ही दिन 28 दिसंबर को प्रदेश सरकार ने सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति रामअवतार सिंह की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय ‘उत्तर प्रदेश राज्य स्थानीय निकाय समर्पित पिछड़ा वर्ग आयोग’ का गठन किया। आयोग को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए छह माह का समय दिया गया था। आयोग ने आधे से भी कम समय में अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंप दी है। इस रिपोर्ट को मंत्रिपरिषद की ओर से स्वीकार कर लिया गया है। अब जल्दी ही प्रदेश में लंबित निकाय चुनाव पूरे किए जाएंगे।

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नयी स्क्रैप नीति को भी मंजूरी 

मंत्रिपरिषद ने अपनी बैठक में प्रदेश के लिए नयी स्क्रैप नीति को भी मंजूरी दी है। परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि 15 वर्ष पुराने वाहनों को स्क्रैप करने के लिए करों, पेनाल्टी में 50 फीसदी की छूट देते हुए उन्हें नष्ट किया जाएगा। वहीं 20 साल के ज्यादा पुराने वाहनों को 75 फीसदी की छूट देते हुए एकमुश्त स्क्रैप योजना को मंजूरी दी जाएगी।

अयोध्या में वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के प्रस्ताव को मंजूरी

मंत्रिपरिषद ने अयोध्या में बड़े पैमाने पर अवस्थापना कार्यों के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। नगर विकास मंत्री शर्मा ने बताया कि अगले साल जनवरी में भगवान राम के भव्य और दिव्य मंदिर का लोकार्पण प्रस्तावित है जिसके बाद पर्यटकों का आमद बढ़ेगी। मंत्रिपरिषद ने अयोध्या में वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसके लिए सरकार कुल मिलाकर 465 करोड़ रुपए की राशि खर्च करेगी।

 बाराबंकी में 70 एकड़ जमीन पर आईटी पार्क विकसित किया जाएगा

मंत्रिपरिषद की बैठक में बाराबंकी में लगभग 70 एकड़, रायबरेली में 59 और मऊ में 84 एकड़ से ज्यादा जमीन को औद्योगिक उपयोग में लिए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी है। जानकारी देते हुए प्रदेश के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने बताया कि बाराबंकी में 70 एकड़ जमीन पर आईटी पार्क विकसित किया जाएगा। इस जमीन पर पूर्व में सूक्ष्म एवं लघु कताई मिलें स्थापित थी जिन पर 51.63 करोड़ रुपए की देनदारी है। प्रदेश सरकार ने 29.5 करोड़ रुपए की देनदारी माफ कर दी है, जबकि 22.14 करोड़ रुपए चुकता किए जाएंगे। इसी तरह रायबरेली और मऊ में बंद पड़ी मिलों की जमीन पर एमएसएमई पार्क स्थापित किए जाएंगे। इन जमीनों की देनदारी भी प्रदेश सरकार चुकाएगी।

चार निजी विश्वविद्यालयों के खुलने का रास्ता साफ

एक अन्य प्रस्ताव में मंत्रिपरिषद ने प्रदेश में चार निजी विश्वविद्यालयों के खुलने का रास्ता का साफ कर दिया है। शुक्रवार को जिन निजी विश्वविद्यालयों को मंजूरी दी गयी है उनमें वरुण अर्जुन विश्वविद्यालय, शाहजहांपुर, टी एस मिश्रा विश्वविद्यालय, लखनऊ। फारुख हुसैन विश्वविद्यालय आगरा और विवेक राष्ट्रीय विश्वविद्यालय बिजनौर शामिल हैं। शुक्रवार को ही मंत्रिपरिषद ने नई खेल नीति को मंजूरी देते हुए प्रदेश में साई की तर्ज पर खेल विकास प्राधिकरण बनाने को हरी झंडी दे दी है। प्रदेश में मुफ्त राशन वितरण कार्यक्रम को संचालित करने के लिए नयी एजेंसी का चयन किया गया है।

हर मरीज का एक डिजिटल कार्ड बनेगा 

भारत सरकार के आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन को उत्तर प्रदेश में भी लागू करने का फैसला लिया गया है। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि अब प्रदेश में हर मरीज का एक डिजिटल कार्ड बनेगा जिसमें उसकी बीमारी, पूर्व की जांचों, चल रही दवाओं के साथ ही सभी तरह की चिकित्सा एवं स्वास्थ्य संबंधी जानकारी मौजूद रहेगी।



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