Aurangabad Renaming | औरंगाबाद का नाम बदलने के मामले में छत्रपति संभाजीनगर के उद्यमियों ने सीएम एकनाथ शिंदे को लिखा पत्र, लिखी ये बात

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छत्रपति संभाजीनगर : केंद्र सरकार (Central Government) ने औरंगाबाद (Aurangabad) का नामांतर छत्रपति संभाजीनगर (Chhatrapati Sambhajinagar) करने को लेकर दिखाई हरी झंडी के बाद शहर में नामांतर को लेकर विरोधी भासी और विवादित बयानों का सिलसिला जारी है। जिससे शहर के आम आदमी में बेचैनी होने की आशंका है। ऐसे में शहर में सामाजिक अशांतता निर्माण होना किसी को अफोर्ड नहीं होगा। शहर में हालत खराब होने पर उसका असर व्यापार, उद्योग, पर्यटन और वैकल्पिक रुप से आम आदमी के प्रतिदिन के रोजी रोटी पर होता है। ऐसे में नामांतर के विषय को लेकर सभी विचार धारा के प्रमुखों से चर्चा कर यह विषय हल करने की मांग शहर के मशहुर उद्यमियों  द्वारा स्थापित अ सिटीजन फोरम औरंगाबाद फर्स्ट के बैनर तले राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को एक पत्र लिखकर की। 

सीएम को लिखे पत्र पर शहर औरंगाबाद फर्स्ट के पदाधिकारी और शहर के मशहुर उद्यमि राम भोगले, ऋषि बागला, मानसिंह पवार, प्रशांत देशपांडे, मुकुंद कुलकर्णी और प्रसाद कोकिल के हस्ताक्षर है। औरंगाबाद फर्स्ट के पदाधिकारियों ने सीएम को लिखे पत्र में बताया कि हाल ही में जी-20 परिषद को लेकर शहर में वुमन-20 परिषद संपन्न हुई। परिषद को लेकर प्रशासन द्वारा शहर को बेहतर रुप से सजाया गया था। प्रशासन ने यह परिषद सफल करने को लेकर कड़े परिश्रम किए। जिसके चलते वुमन-20 परिषद सफल हुई। परिषद सफल होना यानी हमारे शहर की पहचान विश्व स्तर पर बेहतर रुप से हुई। परिषद को सफल बनाने के लिए शहर के व्यापारी, उद्यमियों ने प्रशासन का सहयोग किया। वुमन-20 के चलते हम शहर का एक नया रुप विश्वस्तर पर दिखा सके। विश्व स्तर पर हमारे शहर का नाम परिणाम कारक रुप से पेश करने के चलते हमारी आशाएं पल्लिवीत हुई है। जिससे शहरवासियों विशेषकर उद्यमियों और  व्यापारियों में उत्साह और सकारात्मक का माहौल है। 

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शहर में शांति बनाए रखने के लिए पहल करें 

औरंगाबाद फर्स्ट के पदाधिकारियों ने सीएम एकनाथ शिंदे को लिखे पत्र में बताया कि लोकतंत्र व्यवस्था में हर एक व्यक्ति को सार्वजनिक रुप से अपना मत पेश करने का अधिकार है। लेकिन इस अधिकार का इस्तेमाल करते समय शांति से जीवन गुजार रहे अन्य लोगों के अधिकारों को बाधा न आए यह देखना सभी का प्राथमिक कर्तव्य है। ऐसे में राज्य के मुखिया के नाते आप तत्काल इस मामले में दखल लेकर सभी विचार धारा के लोगों के प्रमुखों को बुलाकर सामंजस्य से संबंधित विषय का हल निकालकर शहर में शांति और सदभाव बनाए रखने पर शहर के मशहुर उद्यमियों ने जोर दिया है।



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