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वर्धा. ब्लैकमेल कर युवती पर अत्याचार के प्रकरण में हिंगनघाट के तत्कालीन थानेदार संपत चव्हाण के खिलाफ मामला दर्ज किया गया़ उक्त घटना प्रकाश में आते ही पुलिस मयखेमे में हड़कम्प मचा हुआ है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार हिंगनघाट निवासी 24 वर्षीय पीड़िता ने 6 मार्च को अपनी शिकायत दर्ज करायी़ इसमें कहा गया कि, 3 अगस्त 2021 को पीड़िता अपने पिता के खिलाफ बयान दर्ज करने थाने में आयी थी़ उस समय थानेदार चव्हाण ने मदद करने के बहाने दोस्ती करने की बात कही़ इसके बाद कार्रवाई करने की बजाये टालमटोल कर रहे थे़ इतना ही नहीं, पीड़िता घर में अकेली थी. उस समय जबरन मकान में प्रवेश कर उस पर अत्याचार किया़ इसका वीडियो निकाल कर ब्लैकमेल कर कई बार पीड़िता का यौन शोषण किया. ऐसा भी आरोप है़ पीड़िता के पिता से भी चव्हाण ने कार्रवाई न करने के लिये 35 हजार रुपये लिये़ इसकी बैंक डिटेल्स भी होने की बात पीड़िता ने कही है.
गई थी थाने में शिकायत दर्ज कराने
उक्त बातों से तंग आकर पीड़िता 21 दिसंबर 2022 को थाने में शिकायत देने पहुंची़ उस समय पीआई चव्हाण अवकाश पर गये थे़ जबकि थाना प्रभारी के रूप में पुंडकर कार्यरत थे़ उपस्थित पुलिस अधिकारी ने महिला को वरिष्ठ अधिकारी नहीं हैं, ऐसा कहर वापस भेज दिया़ पश्चात पीड़िता ने वरिष्ठ अधिकारी को ई-मेल कर शिकायत भेजी़ इससे पीड़िता को जान से मारने की धमकी भी मिली़ आखिरकार प्रकरण में हिंगनघाट थाने में चव्हाण के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया़ फिलहाल पीआई चव्हाण को मुख्यालय में कार्यरत रहने को कहा गया़ प्रकरण में विभागीय जांच होने की संभावना है़ प्रकरण से पुलिस विभाग में हड़कम्प मच गया है.
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