देवास। आनंद मार्ग प्रचारक संघ जिला देवास के भुक्तिप्रधान दीपसिंह तंवर ने बताया, कि संस्था के वरिष्ठ सन्यासी आचार्य स्वरूपानंद अवधूत का सिंगापुर में आनंद मार्ग के अनुयायियों के बीच आध्यात्मिक उद्बोधन के पश्चात अचानक हृदयगति रुक जाने के कारण निधन हो गया।
आचार्य स्वरूपानंद अवधूत को आनंद मार्ग आश्रम क्षिप्रा जागृति में एक शोक सभा आयोजित कर आचार्य शांतव्रतानंद अवधूत, डॉ. अशोक शर्मा, विकास दलवी, दीपक व्यास, अरविंद सुगंधी, अशोक वर्मा, रमाकांत व्यास, गोपालसिंह कुशवाह, शिवसिंह ठाकुर, हरीश भाटिया, अविनाश दलवी, अभिषेक शर्मा, मीनू तंवर, बिन्दु निगम, लाजवंती शर्मा, शुभांगी दलवी, प्रवीणा सुगंधी, आशा वर्मा, मीना ठाकुर आदि आनंदमार्गीयों ने अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए।
आचार्य स्वरूपानंद अवधूत आनंद मार्ग की स्थापना 1955 में हुई थी। स्थापना काल से ही आनंद मार्ग के संस्थापक श्रीश्री आनंदमूर्ति जी के आध्यात्मिक प्रेरणादायक विचारों से प्रभावित होकर सन्यास धर्म को अपनाया। आनंद मार्ग संस्था में उनका परिचय आचार्य स्वरूपानंद अवधूत के नाम से हुआ, परंतु यह एक ऐसे वीर सन्यासी थे कि आनंद नगर कभी नहीं छोड़ा। वे आनंद मार्ग गुरुकुल यूनिवर्सिटी के उप कुलपति भी थे। हाल ही में उन्होंने आनंद मार्ग के मुख्यालय आनंद नगर में बीएड कॉलेज की स्थापना की थी। वे बहुत ही मृदुभाषी सन्यासी थे। पिछले दिनों सिंगापुर धर्म प्रचार के लिए गए हुए थे, वही अचानक उनका निधन आनंद मार्ग के उपस्थित भक्तों के बीच हो गया। इस घटना से पूरा आनंद मार्ग विश्व परिवार शोक में है। उनके निधन से संस्था को बहुत बड़ी क्षति है।
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