बाबा श्याम की संगीतमयी कथा में भाव-विभोर हुए भक्त

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होली खेलकर मनाया फाग उत्सव

हाटपीपल्या (नरेंद्र ठाकुर)। सिद्धि विनायक गार्डन में चल रही बाबा श्याम की संगीतमय कथा के षष्ठम दिवस पूजा शर्मा नम्रता शर्मा ने कहा, कि जैसे ही युद्ध भूमि की ओर बर्बरीक आए तो पांडव और कौरव घबरा गए कि ऐसा कौन योद्धा है जो महाभारत की ओर आ रहा है। अर्जुन ने भगवान श्रीकृष्ण से कहा प्रभु आप जाकर देखिए तभी भगवान श्रीकृष्ण बर्बरीक की ओर आए। बर्बरीक ने भगवान को प्रणाम किया और भगवान पूछने लगे कि आप कहां की ओर जा रहे हैं? तभी बर्बरीक कहने लगे कि मैं महाभारत के युद्ध में जा रहा हूं। मैं भी युद्ध में भाग लूंगा। तभी भगवान ने पूछा तुम पांडव की तरफ से लड़ोंगे या कौरव की ओर से। बर्बरीक ने कहा, कि मेरी मां मोरवी को मैंने वचन दिया है, कि जो युद्ध में हारेगा उसका सहारा बनूंगा। भगवान ने कहा तुम जिस युद्ध के लिए जा रहे हो उस युद्ध के बारे में जानते हो वहां कितने बड़े-बड़े योद्धा है। भीष्म पितामह, कर्ण, अर्जुन, गुरु द्रोण, अश्वत्थामा, भीम, युधिष्ठिर जैसे यौद्धा के सामने लड़ पाओंगे। बर्बरीक ने कहा मेरे पास माता के दिए हुए तीन बाण हैं। मैं तीनों बाणों से पूरी दुनिया को जीत सकता हूं और महाभारत का युद्ध तो में एक ही बाण से जीत सकता हूं। ये सुनते ही भगवान ने बर्बरीक से अपनी शक्ति का प्रमाण मांगा, तब बर्बरीक ने सामने एक पीपल के पेड़ में जितने पत्ते थे, सारे एक ही बाण में भेद दिए। एक पत्ता भगवान ने अपने पैर ने नीचे दबा लिया था, तो बर्बरीक का बाण भगवान के पैर के पास आकर रुख गया और बर्बरीक कहने लगे प्रभु अपने पैर हटाओ ताकि ये बाण आपके पैर के नीचे वाले पत्ते को भेद सके। ये सुनते ही भगवान प्रसन्न हो गए। इस कथा के साथ ही राधेकृष्ण की झांकी के दर्शन भी हुए और सभी भक्तों ने बड़े आनंद के साथ राधेकृष्ण के साथ फाग उत्सव मनाया। आज की कथा में पार्षद महेंद्र यादव, विनोद जोशी, दीपक धोसरिया, भाजपा नेता तेजसिंह राणा, शैलेंद्र सैंधव, मुख्य यजमान सत्यनारायण मिस्त्री, मनोज आर्य, मानसिंह पाटीदार ने सहपत्नीक बाबा खाटू श्याम की आरती की। आरती के पश्चात प्रसाद वितरण किया गया।

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