धर्म-अध्यात्म

अब अवधूत स्वामी कहलाएंगे श्रीपादजी

  • बांगर में तीन दिवसीय पट्टाभिषेक समारोह का हुआ समापन

देवास। श्रीमद्ज्योतिष पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद महाराज ने श्रीदत्त पादुका मंदिर क्षेत्र बांगर के श्रीपाद कुलकर्णी को संत दीक्षा के उपरांत अवधूत स्वामी नाम प्रदान किया। उल्लेखनीय है कि श्रीदत्त पादुका मंदिर ग्राम बांगर में तीन दिवसीय पट्टाभिषेक समारोह का आयोजन हो रहा था, जिसका समापन मंगलवार को हुआ। कार्यक्रम में पूजा-अर्चना, यज्ञ, अभिषेक के साथ ही विराट धर्मसभा का आयोजन किया गया।

धर्मसभा को संबोधित करने के लिए एवं श्रीपादजी को आशीर्वाद देने के लिए देशभर से साधु-संत पधारे, जिनमें मुख्य रूप से श्रीमज्जोतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती महाराज ज्योतिर्मठ बद्रिकाश्रम उत्तराखंड, परम पूज्य आचार्य स्वामी जितेंद्र नाथ महाराज, श्रीनाथ पीठाधीश्वर देवनाथ मठ अंजनगांव सुर्जी अमरावती

महाराष्ट्र, महंत विनीत गिरिजी महाराज प्रमुख महंत श्रीपंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी उज्जैन, कार्ष्णि अनुभवानंद महाराज मठाधिपति कांचीकाम कोटी उदासीन बाबाजी मठ कांचीपुरम तमिलनाडु, दंडी स्वामी परमहंस परिवाज्रकाचार्य पुरुषोत्तमजी महाराज इंदौर, नाना महाराज तारणेकर इंदौर संस्थान के वर्तमान प्रमुख डॉ. बाबा साहब तराणेकर महाराज इंदौर, शरदरावजी ढोले अखिल भारतीय धर्म जागरण प्रमुख मुंबई, विनायक राव देशपांडे विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय संगठन महामंत्री दिल्ली, प्रशांत हरतालकर वरिष्ठ प्रचारक नागपुर के साथ ही कई ख्यातनाम संत पधारे व आशीर्वचन प्रदान किए। श्रीदत्त पादुका मंदिर बांगर का इतिहास व यहां की परंपरा की जानकारी दत्त मंदिर के पुजारी एवं व्यवस्थापक श्रीदत्त प्रसाद कुलकर्णी ने दी। कार्यक्रम का संचालन धर्म जागरण समन्वय के प्रांत संस्कृति प्रमुख गोपाल कृष्ण महाराज शक्करखेड़ी ने किया। यज्ञ की पूर्णाहुति के पश्चात अमरावती महाराष्ट्र से पधारे आचार्य मिलिंद देशपांडे अण्णाजी ने अपने बटुकों के साथ वैदिक मंत्रों की ध्वनि से पांच सौभाग्यवती स्त्रियों के द्वारा श्रीपाद जी का औक्षण (आरती) करवाई गई। पश्चात सभी संतों को आसन प्रदान किया गया, फिर पुष्पाभिषेक हुआ। दंड दीक्षा, वस्त्र प्रदान, भगवत पादुका प्रदान के पश्चात शंकराचार्यजी द्वारा नामाभिधान की घोषणा की गई। इसके साथ ही श्रीपादजी कुलकर्णी, श्रीपाद अवधूत स्वामी महाराज बन गए।

मंचस्थ संतों ने अवधूत स्वामी का स्वागत किया व अतिथियों के साथ ही उपस्थित जन समुदाय ने भी अवधूत स्वामी का पूजन कर उनका आशीर्वाद लिया। अमितराव पवार ने बताया कि श्रीदत्त पादुका मंदिर बांगर में यह कार्यक्रम विगत 3 दिनों से चल रहा था। दिन में धर्मसभा, यज्ञ, अभिषेक-पूजन व रात्रि में संगीतमय मंचीय कार्यक्रम हुए। साथ ही प्रतिदिन भंडारा प्रसादी का भी आयोजन किया गया। इसमें नगरवासी व आसपास के ग्रामीण अंचलों से भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम का समापन रात्रि में हनुमानजी का धन्यवाद करते हुए आदर्श रामायण मंडल देवास द्वारा सुंदरकांड के आयोजन से किया गया।

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