इंदौर। देवी अहिल्या बाई होलकर हवाई अड्डे पर पदस्थ CISF अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए एक विशेष मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता एवं जेंडर सेंसिटाइजेशन सत्र का आयोजन किया गया।
इस सत्र का नेतृत्व मनोचिकित्सक डॉ. खालिद पटेल खान ने किया, जिन्होंने मानसिक एवं व्यवहारिक समस्याओं की पहचान, इलाज और कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य की भूमिका पर प्रकाश डाला। साथ ही, लिंग संवेदनशीलता (Gender Sensitization) के महत्व को समझाते हुए, इससे जुड़े व्यवहारिक पहलुओं पर भी जानकारी दी।
तनाव प्रबंधन (Stress Management) पर विशेष सत्र मनोवैज्ञानिक डॉ. भारती लाहोरिया द्वारा लिया गया, जिसमें उन्होंने कार्यस्थल पर तनाव के लक्षण, कारण और उससे निपटने के प्रभावी उपायों की जानकारी दी।
यह प्रशिक्षण सत्र CISF के वरिष्ठ कमांडेंट पीसी दलई एवं डिप्टी कमांडेंट ज़ीशान आमिर के आदेश व निर्देशन में आयोजित किया गया। इसमें CISF के सभी पदस्थ अधिकारियों और कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
अमलतास अस्पताल के चेयरमैन मयंक राज सिंह भदौरिया ने बताया कि “हमें गर्व है कि अमलतास अस्पताल केवल रोगों के उपचार तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज की मानसिक और भावनात्मक भलाई के लिए भी सक्रिय भूमिका निभा रहा है। सीआईएसएफ जैसे प्रतिष्ठित बल के साथ जुड़कर हमारे मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने एक सकारात्मक पहल में भाग लिया। हमारा संकल्प है कि हम ऐसे सत्रों के माध्यम से मानसिक रूप से सशक्त, संवेदनशील और जागरूक समाज के निर्माण में योगदान देते रहेंगे।