देवास। स्थानीय श्री नारायण विद्या मंदिर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक एक में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाया गया।
गुरु न केवल जीवन की दशा और दिशा का निर्धारण करता है, बल्कि जीवन पथ पर हमेशा मार्ग प्रशस्त भी करता है। गुरु-शिष्य परंपरा हमारी संस्कृति की विशेष पहचान रही है। इन्हीं भावों के साथ इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विद्यालय की शिक्षिका अंकिता व्यास के मार्गदर्शन में छात्र राजपाल एवं यश शर्मा एवं उनके साथियों ने संगीतमय गुरु वंदना की प्रस्तुति दी।
अनादिकाल से गुरु का स्थान सर्वोपरि रहा है। गुरु के बिना ज्ञान की प्राप्ति असंभव है। गुरु की बताई राह पर चलकर व्यक्ति अपने जीवन को सार्थक बना पाता है। उक्त विचार विद्यालय की शिक्षिका अनीता पंड्या ने अपने उद्बोधन में व्यक्त किए।
सादिया खान ने कहा कि विद्यार्थियों को अपने माता-पिता, गुरुजनों का सदैव आदर एवं सम्मान करना चाहिए। यह हमारे जीवन की दिशा तय करते हैं।
इस अवसर पर संस्था के प्राचार्य केके मिश्रा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा, कि गुरु का पद सम्माननीय है। गुरु की आज्ञा का पालन कर हम अपने जीवन को श्रेष्ठ एवं सार्थक बना सकते हैं।
संस्था के शिक्षक मिर्जा मुशाहिद बैग ने अपने जन्मदिवस के अवसर पर संस्था में एक पेड़ मां के नाम अभियान के अंतर्गत आज पौधारोपण किया और सभी विद्यार्थियों से भी पौधारोपण करने का आह्वान किया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक मिर्जा मुशाहिद बैग ने किया एवं आभार अनुज जायसवाल ने माना।
इस अवसर पर राधेश्याम सोलंकी, प्रीति जोशी, अनामिका अग्निहोत्री, अंजना सोनी, मनोहर पटेल, लोकेश सांवलिया, जीतेंद्र चौधरी, निर्मला पवार, प्रमिला राठौर, सहित विद्यालय के समस्त शिक्षक शिक्षिकाएं एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
