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    डीबीसीपीएल स्किल सेंटर के नए सत्र का शुभारंभ, महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में सशक्त कदम

    ByNews Desk

    May 30, 2025
    Hindi news
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    भौंरासा (मनोज शुक्ला)। मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम के निर्देशन में देवास-भोपाल फोरलेन रोड प्रबंधन द्वारा संचालित डीबीसीपीएल स्किल सेंटर ने अपने नए सत्र 2025-26 का शुभारंभ किया।

    यह कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) के अंतर्गत संचालित किया जा रहा है, जिसे दानिश कुंज, भोपाल एवं बीमा हॉस्पिटल के सामने, देवास में स्थापित किया गया है।

    इस कार्यक्रम का उद्घाटन एमपी आरडीसी की डीएम सोनल सिन्हा, एजीएम संजीव कुमार जैन और भौंरासा थाना प्रभारी प्रीति कटारे ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर अनेक गणमान्य एवं संस्थान से जुड़े पदाधिकारी उपस्थित रहे।

    डीबीसीपीएल-सीएसआर प्रबंधक ने जानकारी दी कि इस स्किल सेंटर में नेशनल हेल्थ डेवलपमेंट मिशन, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) तथा इसके पार्टनर पीपल ट्री फाउंडेशन के सहयोग से “पेशेंट केयर टेकर (जनरल ड्यूटी असिस्टेंट)” का 30 दिवसीय प्रशिक्षण पूर्णतः निःशुल्क उपलब्ध कराया जाता है। इसमें प्रशिक्षण के साथ प्रमाणपत्र, भोजन, आवास एवं रोजगार सहायता भी प्रदान की जाती है।

    पीपल ट्री फाउंडेशन के मध्यप्रदेश राज्य प्रमुख देवेन्द्र शर्मा ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा, प्रशिक्षण एवं शिक्षा के उचित प्रबंध के साथ यह कार्यक्रम पिछले चार वर्षों से सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है। अब तक लगभग 2150 से अधिक युवतियों को इस प्रशिक्षण के माध्यम से रोजगार से जोड़ा जा चुका है। उन्होंने यह भी बताया कि यह संस्था देवास से बैरागढ़ तक के इच्छुक प्रशिक्षणार्थियों को निःशुल्क प्रशिक्षण देने के लिए प्रतिबद्ध है।

    सेंटर मैनेजर हिमांशु पटेल ने बताया कि प्रशिक्षण के साथ-साथ छात्राओं को इनडोर गेम्स की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाती हैं, जिससे उनके मानसिक और शारीरिक विकास पर विशेष ध्यान दिया जा सके। हर वर्ष 8 मार्च को महिला दिवस पर मोटिवेशनल प्रोग्राम का आयोजन कर उन्हें प्रेरित किया जाता है।

    इस अवसर पर जोनल हेड देवेंद्र शर्मा, ट्रेनर अभय पटेल, काउंसलर कल्पना भारती, प्लेसमेंट ऑफिसर अरुण वर्मा, ट्रेनर अर्चना उइके, पुजा जी एवं अन्य अनेक सम्माननीय उपस्थित थे।

    डीबीसीपीएल स्किल सेंटर द्वारा किया जा रहा यह कार्य समाज के वंचित वर्ग, विशेषकर महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक अनुकरणीय पहल है।