देवास। नर्मदे युवा सेना ने एक बार फिर अपने साहस और निडरता का परिचय दिया है। धमकियों और दबाव के बावजूद कार्यकर्ता अवैध रूप से रेत खनन के विरूद्ध मुहिम छेड़े हुए हैं।
गत दिवस नेमावर घाट पर अवैध रूप से रेत खनन की सूचना मिलते ही सेना के प्रमुख प्रवेश अग्रवाल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उनकी सक्रियता और दृढ़ता को देखते हुए रेत माफिया पोकलेन मशीन छोड़कर भाग खड़े हुए।
गौरतलब, है कि कुछ दिन पहले देवास जिले की खातेगांव तहसील के ग्राम तुरनाल के नर्मदा घाट पर जब नर्मदे युवा सेना के कार्यकर्ता अवैध खनन रोकने पहुंचे थे, तो माफियाओं ने उन पर हमला कर दिया था। कार्यकर्ताओं को अवैध माफियाओं ने धमकाया भी था। बावजूद इसके, नर्मदे युवा सेना ने साहस दिखाते हुए जोरा फतेहगढ़ घाट पर पहुंचकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जहां माफिया उन्हें देखकर भाग खड़े हुए।
यह घटना अवैध खनन के खिलाफ जनता की शक्ति और जागरूकता का स्पष्ट संकेत है। नर्मदे युवा सेना ने साबित कर दिया है कि यदि इरादे मजबूत हों तो किसी भी माफिया को पीछे हटाया जा सकता है। इस कार्रवाई से घाट क्षेत्र में अवैध खनन पर लगाम लगने की उम्मीद जताई जा रही है।