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मां कात्यायनी की प्रतिमा स्थापना की है अद्भुत कहानी

  • देवास जिले में सिर्फ एक ही मंदिर है मां कात्यायनी का

बेहरी (हीरालाल गोस्वामी)। देवास जिले में मां कात्यायनी का एकमात्र मंदिर बेहरी में है। यहां मां कात्यायनी की प्रतिमा स्थापना की कहानी अद्भुत है। जब से मंदिर में मां कात्यायनी की मूर्ति स्थापित हुई, तब से गांव में रोज-रोज के झगड़ों पर विराम सा लग गया। कट्टर दुश्मनी रखने वाले भी पक्के दोस्त बन गए। गांव में वातावरण सौहार्दपूर्ण हो गया। इस बड़े चमत्कार को देख गांव के लोग कहते हैं कि हर गांव-नगर में मां कात्यायनी की मूर्ति स्थापित होना चाहिए।

आपसी टकराव, वाद-विवाद, झगड़ों से पूरे गांव की शांति छीन जाती है। वर्षों पूर्व कुछ इसी प्रकार की समस्या झेल रहे थे बेहरी के ग्रामीण। छोटी-छोटी बातें उग्र रूप धारण कर लेती थी और आएदिन झगड़े होते रहते थे। हर कोई चाहता था कि यहां इस प्रकार के विवादों का अंत हमेशा के लिए हो जाए। लोगों की शिकायत होती थी कि गांव तो छोटा है, लेकिन यहां लोगों में मनमुटाव बना रहता है। गांव में आएदिन होने वाले झगड़ों की जानकारी जटाशंकर तीर्थ के संत केशवदासजी को लगी तो उन्होंने गांव में शांति स्थापित करने के लिए प्रयास किए। उन्होंने काफी सोच-विचार किया और गांव में मंदिर निर्माण की योजना बनाई। कुछ ही महीनों में यहां मंदिर का निर्माण हुआ और इसमें विधि-विधान से मां कात्यायनी की मूर्ति स्थापित कर दी गई। ब्रह्मलीन केशवदासजी की मंशा थी कि इस गांव के लोग आपस में मिल-जुलकर रहे और गांव में शांति बनी रहे। हुआ भी ऐसा, मंदिर निर्माण के बाद से आपसी मनमुटाव, विवाद थम गए। गांव का वातावरण सौहार्दपूर्ण हो गया। रोज-रोज के टकराव पर पूर्ण विराम लग गया।

ग्रामीण कहते हैं कि यह सब चमत्कार मां कात्यायनी ने किया है। मंदिर स्थापना का परिणाम यह हुआ कि इस क्षेत्र में शांति-सद्भाव कायम है और सभी लोग मिलजुलकर रहते हैं। सभी अपने-अपने रोजगार से लगे हैं। बड़ी से बड़ी घटना के बाद भी लोग दुश्मनी के बजाय मित्रता करना पसंद करते हैं।

ऐसे प्राप्त करें मां कात्यायनी की कृपा-

पं. कनिष्क के अनुसार कात्यायनी देवी को लाल रंग अतिप्रिय है। इस वजह से पूजा में लाल रंग के गुलाब का फूल अर्पित करें। इससे मां कात्यायनी प्रसन्न होंगी, उनकी कृपा आप पर बनी रहेगी। पूजा के समय मां कात्यायनी को शहद का भोग अवश्य लगाएं। ऐसा करने से व्यक्तित्व में निखार आता है।

पं. सुरेशचंद्र उपाध्याय ने बताया कि यदि कोई जटिल कार्य प्रारंभ करने जा रहे हैं और उसमें सफलता चाहिए तो आपको मां कात्यायनी की पूजा करनी चाहिए। मां कात्यायनी की पूजा करने से यश की प्राप्ति होती है। शत्रुओं पर विजय प्राप्ति के लिए भी मां कात्यायनी की पूजा करते हैं। यह नकारात्मक शक्तियों का अंत करने वाली देवी हैं।

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