प्रशासनिक

नेशनल लोक अदालत में 5760 प्रकरणों का निराकरण, 15 करोड़ 10 लाख रुपए के अवार्ड पारित

नेशनल लोक अदालत सस्ता, सुलभ न्याय पाने का बहुत उपयोगी माध्यम है- प्रधान जिला न्यायाधीश प्रभातकुमार मिश्रा
देवास। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार आज जिला न्यायालय परिसर में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। इसके साथ ही जिले के समस्त न्यायालयों में वृहद स्तर पर इस वर्ष की चतुर्थ ’नेशनल लोक अदालत’ का आयोजन किया गया।
जिला न्यायालय में आयोजित नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवास प्रभातकुमार मिश्रा द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए प्रधान जिला न्यायाधीश श्री मिश्रा ने कहा कि ’’लोक अदालत का व्यापक प्रचार-प्रसार होने से घर-घर इसके महत्व को लोग समझने लगे हैं। सस्ता सुलभ न्याय पाने का यह बहुत उपयोगी माध्यम है।’


शुभारंभ कार्यक्रम में निहारिका सिंह सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने नेशनल लोक अदालत को सफल बनाने के लिए उपस्थित लोगों को लोक अदालत के लाभ बताए गए तथा अपील की गई कि अधिक से अधिक राजीनामा योग्य प्रकरण लोक अदालत के माध्यम से निराकृत करने का प्रयास करें। साथ ही खंडपीठ के पीठासीन न्यायिक अधिकारीगण को लोक अदालत में अधिक से अधिक से अधिक संख्या में प्रकरण के निराकरण हेतु प्रेरित किया गया।


नेशनल लोक अदालत में सिविल, आपराधिक, विद्युत अधिनियम, एनआईएक्ट, चैक बाउन्स, श्रम मामले, मोटर दुर्घटना दावा, बीएसएनएल आदि विषयक प्रकरणों के निराकरण हेतु जिला मुख्यालय देवास एवं तहसील स्तर पर सोनकच्छ, कन्नौद, खातेगांव, टोंकखुर्द एवं बागली में 26 न्यायिक खंडपीठों का गठन किया गया।
प्रधान जिला न्यायाधीश श्री प्रभात कुमार मिश्रा एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण निहारिका सिंह द्वारा विद्युत कंपनी, नगर निगम, बैंक, बीएसएनएल, बीमा कंपनी के स्टाॅल पर जाकर तथा खंडपीठों का भ्रमण कर समस्त संबंधित अधिकारीगण को लोक अदालत में अधिक से अधिक संख्या में प्रकरण के निराकरण हेतु प्रेरित किया गया। राजीनामा करने वाले पक्षकारगण को स्मृतिस्वरूप फलदार और फूलों के पौधे भेंट किये गये एवं पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रेरित किया गया।
शुभारंभ कार्यक्रम में दिनेश प्रसाद मिश्र विशेष न्यायाधीश, निहारिका सिंह सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मनीष सिंह ठाकुर प्रथम जिला न्यायाधीश, डाॅ. महजबीन खान प्रथम अतिरिक्त जिला न्यायाधीश, सोनल पटेल द्वितीय जिला न्यायाधीश, शिवकुमार कौशल मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी, विनीता गुप्ता श्रम न्यायाधीश, जिला रजिस्ट्रार एवं न्यायाधीश यशपाल सिंह एवं न्यायाधीशगण अनुसिंह, रश्मि खुराना, प्रियांशु पांडे, अब्दुल अजहर अंसारी, श्वेता अग्रवाल, आफरीन युसूफजई, सौरभ जैन, पारूल जैन, संध्या मुद्गल, राॅबिन दयाल जिला विधिक सहायता अधिकारी, रामप्रसाद सूर्यवंशी अध्यक्ष अधिवक्ता संघ, चंद्रशेखर बाजपेयी उपाध्यक्ष जिला अधिवक्ता संघ, चंद्रपालसिंह सोलंकी सचिव अधिवक्ता संघ, पुनीत शुक्ला उपायुक्त नगर पालिक निगम एवं पक्षकारगण उपस्थित रहे।
नेशनल लोक अदालत में निराकृत प्रकरणों की जानकारीः-
सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवास निहारिका सिंह ने बताया कि नेशनल लोक अदालत में संपूर्ण जिले में गठित 26 न्यायिक खंडपीठों में न्यायालयों के लंबित प्रकरणों में आपराधिक प्रकरण 314, चैक बाउन्स 155, फैमेली मेटर्स 8, विद्युत 101, विविध 52, श्रम के 4 प्रकरण, सिविल के 13, क्लेम के 82 प्रकरण कुल 729 प्रकरण निराकृत हुए जिसमें राशि रू. 8,49,95,433/- अवार्ड की गई एवं 1911 लोग लाभांवित हुए।
निराकृत 82 क्लेम प्रकरणों में राशि रू 35282000/- के अवार्ड आपसी समझौते के आधार पर पारित किए गए। नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट के 155 प्रकरण निराकृत हुए जिनमें 41794757/- रूपये के चैकों की राशि में सेटलमेंट किया गया। 3,75,610/- रूपये की राशि के 13 सिविल प्रकरणों का निराकरण हुआ।
5031 प्रिलिटिगेशन प्रकरणों का निराकरण किया गया है जिसमें रूपये 6,60,70,694/-रू. राशि के अवार्ड पारित किए गए है एवं 7519 व्यक्ति लाभांवित हुए हैं।

Advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button