धर्म-अध्यात्म

देवास की 5 ब्रह्माकुमारी बहनों ने परमात्मा शिव को साजन के रूप में किया स्वीकार

– सेवा में ही अपना जीवन समर्पण करने का लिया संकल्प

देवास। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय कालानी बाग सेंटर की जिला संचालिका ब्रह्माकुमारी प्रेमलता दीदी के मार्गदर्शन में देवास की मनीषा बहन, पवित्रा बहन, रजनी बहन, अरुणा बहन, श्रद्धा बहन सहित पांच ब्रह्माकुमारी बहनों ने परमात्मा शिव को साजन के रूप में स्वीकार कर सेवा में ही अपने जीवन को समर्पित करने का संकल्प लिया।

अध्यात्म के मार्ग पर चलते हुए शिवप्रिया बन ब्रह्माकुमारी के रूप में समाजसेवा करेंगी। समर्पण तीन दिवसीय अलौकिक समर्पण समारोह संस्थान की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी राजमोहिनी, संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके मुन्नी दीदी के सानिध्य में शांतिवन धाम माउंट आबू में आयोजित किया गया। एक-एक सभी बहनों, उनके माता-पिता और परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि वह माता-पिता बहुत भाग्यशाली हैं जिनके घरों में ऐसी देवी स्वरूपा बेटियां जन्म लेती हैं। जो खुद के साथ परिवार और समाज का नाम रोशन करने जा रही हैं। अपने लिए तो सभी जीवन जीते हैं, लेकिन अब ये बेटियां ब्रह्माकुमारी बनकर समाजसेवा, समाज कल्याण में अपना जीवन समर्पित करेंगी। इस समर्पण समारोह में 450 बेटियों के माता-पिता और परिजन संस्थान की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी के हाथों में अपनी लाड़लियों का हाथ सौंपा।

सभी बहनें दुल्हन के रूप में सज-धजकर परमपिता शिव को साजन के रूप में स्वीकार कर सेवा में ही अपना जीवन समर्पण करने का संकल्प लिया। शांतिवन सहित पूरे विश्व में ब्रह्माकुमारीज संस्थान का यह अब तक का सबसे बड़ा अलौकिक समर्पण समारोह है। इसके पूर्व वर्ष 2013 में एक साथ 400 बेटियों ने संयम के पथ पर चलने का संकल्प कर समर्पण किया था।

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