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कर्नाटक में एच3एन2 विषाणु से होने वाले इन्फ्लूएंजा से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, व्यक्ति हासन जिले का रहने वाला था।
बर्बर खांसी इन दिनों घर-घर में कहर ढा रही है। खांसते-खांसते लोगों के फेफड़े हिल जाते हैं। सांस फूलने लगती है, गले में दर्द होने लगता है। कई बार तो पूरी रात खांसते हुए गुजर जाती है। एच3एन2 के रूप में जाना जाने वाला इन्फ्लूएंजा वायरस लोगों को रेस्पिरेटरी प्रॉब्लम दे रहा है। ये इन्फ्युएंजा ए वायरस का एक सबटाइप है जो पहले कई इन्फ्लूएंजा के प्रकोपों का कारण रहा है। अब एच3एन2 इन्फ्लुएंजा से कर्नाटक में एक की मौत की खबर सामने आई है।
कर्नाटक में पहली मौत
कर्नाटक में एच3एन2 विषाणु से होने वाले इन्फ्लूएंजा से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, व्यक्ति हासन जिले का रहने वाला था। भारत में पिछले कुछ महीनों में हजारों मामलों की रिपोर्ट करने वाले देश भर के अस्पतालों के साथ एच3एन2 इन्फ्लूएंजा का अचानक प्रकोप दर्ज किया गया है।
इन्फ्लुएंजा फ्लू से जुड़ी जानने योग्य बातें
वायरस की चपेट में आने से आपको हाई ग्रेड फीवर हो सकता है। इसके साथ ही आपको कंपकपी भी महसूस हो सकती है। रिपोर्ट में बताया गया है कि अधिकतर लोगों ने तेज बुखार महसूस किया है। बुखार के साथ लगातार खांसी भी महसूस हो सकती है। ये खांसी कोई आम खांसी नहीं होती है। ये आपको परेशान कर सकती है। एच3एन2 वायरस से पैदा हुए लक्षण दो से तीन हफ्तों तक रह सकते हैं। ज्यादातर पीड़ितों को दो से तीन दिन तेज बुखार रहता है। इसके साथ बदन दर्द, सिरदर्द और गले में बेचैनी महसूस हो सकती है। खांसी आपको दो से तीन महीने तक रहे सकती है।
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