– सिंहस्थ के सभी कार्यों का थर्ड पार्टी ऑडिट करना होगा, इसके लिए व्यवस्था सुनिश्चित की जाए
– क्षिप्रा शुद्धिकरण,मार्ग चौड़ीकरण संबंधी कार्यों की समीक्षा की गई
– इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में भी होंगे विकास संबंधी कार्य
देवास। संभाग आयुक्त संजय गुप्ता की अध्यक्षता में कलेक्टर कार्यालय उज्जैन में सिंहस्थ 2028 संभागीय समिति की बैठक आयोजित हुई।
बैठक के प्रारंभ में कलेक्टर उज्जैन नीरजकुमार सिंह ने सिंहस्थ संबंधी कार्यों की कार्य योजना का प्रस्तुतिकरण किया और बताया कि उज्जैन जिले में सबसे महत्वपूर्ण कार्य कान्ह नदी के डायवर्सन और क्षिप्रा नदी को प्रवाहमान करने के लिए सेवर खेड़ी-सिलार खेड़ी परियोजना का कार्य और हरियाखेड़ी में पेयजल व्यवस्था का कार्य प्रमुखता से किया जा रहा है। उज्जैन में लगभग 37 किलोमीटर स्थायी रूप के घाटों का निर्माण भी प्रस्तावित है।
बैठक में संभाग आयुक्त श्री गुप्ता ने कहा कि सभी स्थाई प्रकृति के कार्यों का थर्ड पार्टी परीक्षण अनिवार्य रूप से कराया जाएगा। इसके लिए आईआईटी इंदौर और अन्य एजेंसियों से संपर्क कर कार्य योजना बनाई जाए। इसके साथ ही तीर्थ यात्रियों की सुविधाओं के लिए मार्ग चौड़ीकरण के कार्यों को शहरी क्षेत्र में नगर निगम देखेंगे। ब्रिज के कार्य ब्रिज कारपोरेशन के द्वारा किया जाएगा। नदी पर बंधान और बांध बनाने का कार्य डब्लूआरडी के द्वारा किया जाएगा।
संभाग आयुक्त श्री गुप्ता ने सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि तीर्थ यात्रियों के आने की संभावनाओं को देखते हुए सभी जिलों के तीर्थ स्थलों और पर्यटक स्थलों को व्यवस्थित किया जाए। इसके लिए कार्य योजना बनाकर अगली बैठक में प्रस्तुत करें। साथ यह भी सुनिश्चित करें कि भीड़ वाली जगह और यात्रियों के आने की सुविधाओं के हिसाब से भी अन्य निर्माण कार्य यदि आवश्यक हैं तो उनके प्रस्ताव भी बनाकर प्रस्तुत करें।
बैठक में मंदसौर के पशुपतिनाथ मंदिर, नीमच की भादवा माता मंदिर, रतलाम के कालका माता, देवास की चामुंडा माता मंदिर और इंदौर संभाग के अलग जिलों के तीर्थ के संबंध में भी प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए गए हैं। संभाग आयुक्त ने नगर निगम आयुक्त को निर्देश दिए कि मास्टर प्लान के अनुसार ही उज्जैन की सड़कों का चौड़ीकरण किया जाए।
कलेक्टर उज्जैन श्री सिंह ने बताया कि हामूखेड़ी और बिजासन माता मंदिर सौंदर्यीकरण के कार्य भी सिंहस्थ से किये जायेंगे। इसी के साथ इस बार परिक्रमा मार्ग और संतों के निवास को भी व्यवस्थित बनाया जाएगा। सवारी मार्ग को हेरिटेज मार्ग बनाने के लिए इसको सुव्यवस्थित करने का कार्य भी इसी वर्ष से शुरू होगा। काल भैरव मंदिर में सौंदर्यीकरण, पार्किंग, बायोडायवर्सिटी पार्क, घाट विस्तारीकरण के कार्य के लिए उज्जैन विकास प्राधिकरण को करने के लिए निर्देशित किया गया है।
कलेक्टर इंदौर आशीष सिंह ने कहा कि सभी बनने वाले मार्गों पर यदि पार्किंग की व्यवस्था की जा रही है तो उसकी फीजिबिलिटी भी अनिवार्य रूप से जांच की जाए। 84 महादेव मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए आसपास की जगह को भी सम्मिलित किया जाए। पीडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा नागझिरी से दताना-मताना तक बनने वाले फोरलेन मार्ग के धीमी गति पर समिति के द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई और निर्देश दिए गए कि इस कार्य को 15 दिन की अवधि में विभाजित कर कार्य योजना प्रस्तुत करें और प्रत्येक 15 दिन की कार्य प्रगति रिपोर्ट भी प्रस्तुत करें। इसी के साथ सदावल में बनने वाले हेलीपैड के संबंध में भी इसी प्रकार के निर्देश दिए गए हैं।
संभागायुक्त श्री गुप्ता ने कहा कि एयरपोर्ट से सीधे उज्जैन के लिए बनने वाले ग्रीन फील्ड मार्ग के लिए सभी बाधाएं दूर कर ली गई हैं। इस मार्ग से जाने वाले यात्री 40 मिनट में सीधे हरि फाटक ब्रिज तक पहुंच सकेंगे। इससे महाकाल दर्शन करने वालों को विशेष सुविधाएं होंगी।
मक्सी, देवास, आगर मालवा में तीर्थ यात्रियों की स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए ट्रामा सेंटर बनाने की प्रस्ताव भी शासन स्तर पर भेजे जाएंगे। इसी के साथ संभाग आयुक्त द्वारा निर्देश दिए गए कि केवल स्थाई प्रकृति के निर्माण कार्यों को इस वर्ष के बजट में शामिल किया जाएगा। ऊर्जा विभाग और शेष अन्य कार्य जो अस्थाई प्रकृति के हैं उनको वर्ष 2026-27 के बजट में सम्मिलित किया जाएगा।
देवास कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने देवास शहर, चामुंडा माता मंदिर का विकास और अन्य कार्य की कार्ययोजना प्रस्तुत की। खंडवा कलेक्टर ने ओंकारेश्वर और ममलेश्वर महादेव मंदिर के पहुंच मार्ग और विकास कार्यों की रूपरेखा प्रस्तुत की। सिंहस्थ 2028 संभागीय समिति की बैठक माह में दो बार आयोजित की जाएगी।
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