[ad_1]
नागपुर. ब्लैकमेलिंग और ठगबाजी के मामलों में चर्चित साहिल खुर्शीद सैयद के खिलाफ कोराडी थाने में नई एफआईआर दर्ज हुई है. पूर्व पत्नी ने साहिल और उसके भाई तौफीक सैयद पर रेप के अलावा धोखेबाजी, मारपीट और संपत्ति हड़पने का भी आरोप लगाया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर साहिल को गिरफ्तार कर लिया, जबकि तौफीक की तलाश जारी है. साहिल और पीड़िता की जनवरी 2018 में पहचान हुई थी. साहिल उपचार कराने के लिए अस्पताल जाता था. वहां उसने पीड़िता को बताया था कि पत्नी और परिवार के सदस्य उसका खयाल नहीं रखते. नाटक कर उसने पीड़िता से दोस्ती बढ़ाई और दोनों के प्रेम संबंध बन गए.
साहिल ने उसके सामने शादी का प्रस्ताव रखा और पति को तलाक देने के लिए दबाव डाला. 27 जून 2018 को साहिल ने वर्धा रोड पर स्थित एक होटल के कमरे में मुस्लिम रिवाजों के साथ निकाह किया. कुछ दिन बाद पीड़िता को पता चला कि साहिल की एक और पत्नी है. पीड़िता से उसकी तीसरी शादी है. जवाब तलब करने पर साहिल ने पीड़िता के साथ जमकर मारपीट की.
अपनी दूसरी पत्नी के घर पर परिजनों की उपस्थिति में उसने दोनों को तलाक दे दिया. इसके बाद भी साहिल ने प्यार का नाटक करके पीड़िता को रोका. परिजनों के दबाव में तलाक लेने की बात कही. पीड़िता को हलाला लेने को कहा. वह फिर बातों में आ गई लेकिन साहिल लगातार उसके साथ मारपीट करता रहा.
न्यायालय ने पुलिस हिरासत में भेजा
इसी बीच साहिल के भाई तौफीक ने पीड़िता को मदद का झांसा दिया. भाई से बचाने का नाटक करके उसने पीड़िता के साथ शारीरिक संबंध बनाए. सदर स्थित होटल लखनौवाला शुरू करने के लिए पीड़िता से 25 लाख रुपये लिए. तौफीक ने शेयर में पैसा निवेश करने के नाम पर 3 लाख रुपये लिए. दोनों भाई पीड़िता का शोषण करते रहे. उसके अश्लील वीडियो और फोटो वायरल करने की धमकी देते रहे. इसी बीच पीड़िता के कोराडी थाना क्षेत्र में स्थित फ्लैट पर कब्जा जमाने का प्रयास किया.
पांचपावली की भी एक संपत्ति पर आरोपियों की नजर थी. दोनों की शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर पीड़िता ने पुलिस से शिकायत की. कोराडी पुलिस ने मामला दर्ज कर साहिल को गिरफ्तार कर लिया. गुरुवार को उसे न्यायालय में पेश कर 5 दिन की पुलिस हिरासत मांगी गई. बचावपक्ष के अधिवक्ता कमल सतुजा और कैलाश डोडानी ने पीसीआर का विरोध किया. न्यायालय ने साहिल को 1 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया.
अब तक 9 मामले दर्ज
साहिल के खिलाफ अब तक 9 मामले दर्ज हो चुके हैं. फर्जी दस्तावेज तैयार कर जमीनें हड़पने और ब्लैकमेलिंग के कई लोग शिकार हुए. एक डॉक्टर के साथ मिलकर उसने भाजपा नेताओं को हनी ट्रैप में फंसाने की साजिश रची थी लेकिन नाकाम हो गया. वर्ष 2018 में पुलिस ने उस पर शिकंजा कसा था. 6 मामलों में साहिल की गिरफ्तारी हुई थी. कुछ महीने पहले ही वह जेल से जमानत पर रिहा हुआ था. अब नया मामला सामने आने के बाद वह फिर से चर्चा में आ गया.
[ad_2]
Source link
Leave a Reply