Bhandara News | कपड़े की दुकान में घुसा चीतल; रेस्क्यू कर पकड़ा

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Cheetal

लाखनी: एक कपड़ा दूकान में हिरण के घुस जाने से नागरिकों में हडकंप मच गया. गर्मियों का मौसम शुरू होने से जंगल में पानी की समस्या निर्माण होने लगती है.ऐसे में जंगली जानवर पानी की तलाश में गांव-शहर का रूख करने लगते है. ऐसा ही शहर आया चीतल एक कपडा दूकान में घुस गया.             

घटना 9 मार्च के सुबह ग्यारह बजे की है.लाखनी की प्रसिद्ध व्यापारिक सिंधी लाइन स्थित गुरुनानक कपड़ा दूकान में अपने झुंड से भटका एक चीतल घुस गया.यह बात पल भर में पूरे शहर में आग की तरह फैल गई. देखते ही देखते सिंधी लाइन परिसर में भीड़ इकट्ठा होने लगी. दूकान मालिक संजय गुरुनानी ने समय सुचकता दिखाते हुए आनन-फानन में शटर बंद कर चीतल को अंदर दूकान में बंद कर दिया और इसकी सूचना वन विभाग के लाखनी कार्यालय को दी.

लाखनी के वन मंडल अधिकारी सूरज गोखले के मार्गदर्शन में लाखनी क्षेत्र के वनपाल जितेंद्र बघेले, लाखनी बीट गार्ड कृष्णा सानप और चांदोरी बीट गार्ड नितिन तत्काल ग्रीनफ्रेंडस के पर्यावरणविदों के साथ सिंधी लाइन में उपस्थित हुए. ग्रीनफ्रेंड्स नेचर क्लब लाखनी के वन्यजीव बचाव का व्यापक अनुभव रखने वाले पंकज भिवगड़े, विवेक बावनकुले, मनीष बावनकुले वन विभाग कर्मचारी और नागरिकों की मदद से चीतल को सुरक्षित बचाने के लिए पहुंचे. इसके साथ ही भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाखनी थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक अमोल तांबे भी पुलिसकर्मियों के साथ उपस्थित हुए. 

उन सभी के संयुक्त प्रयासों से चीतल को सुरक्षित बचा लिया गया और तुरंत गडेगांव डिपो ले जाया गया. जहां पंचनामा पूरा होने के बाद चीतल को गडेगांव के जंगल में छोड़ दिया गया. बताया जाता है कि इस चीतल का आवास झुंड के साथ लाखनी क्षेत्र के आसपास के खेतों में है और हो सकता है कि झुंड के खेत में रहने के दौरान झुंड से संपर्क टूट जाने के कारण यह भटक कर शहर के सिंधी लाइन क्षेत्र में आ गया हो या यह भी संभव है कि वह पानी की तलाश में गलती से झुंड में भटक गया हो.

इस सुरक्षित रेस्क्यू कार्य में रोहित निर्वाण, रितेश कांबले, महेश गुरुनानी, अतुल भिवगड़े, पार्षद सचिन भैसारे, नाना आंबिलकर, सिंधी समाज संस्था के अध्यक्ष अनिल टहिल्यानी समेत कई दूकानदारों व नागरिकों ने भी सहयोग किया.



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