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बाभूलगांव. गांव के महिलाओं का बड़े पैमाने पर विरोध होने के बाद भी ग्राम पंचायत ने एक विशेष सभा में शराब के दूकान को ना हरकत प्रमाणपत्र देने का प्रस्ताव पारित किया. प्रस्ताव वापस लेने की मांग के लिए गांव के महिलाओं ने महिला दिन पर आक्रमण होकर ग्रापं पर दस्तक दी. महिलाओं की शिकायत को हल करने आए समिति के सामने सवाल दागने पर महिलाओं का रोष देखकर जांच नहीं करते हुए समिति खाली हाथ लौट गई.
बाभूलगांव तहसील के नांदूर बु. क्षेत्र में आनेवाले एक देशी शराब स्थालांतरित दूकान को ग्रापं ने एक विशेष ग्रामसभा के माध्यम से नाहरकत प्रमाणपत्र दिया. शराबबंदी के लिए लढ़ाई लढ़नेवाले महिलाओं को जानकारी मिलते ही दिए गए प्रमाणपत्र रद्द करने व शराब के दूकान को गांव ग्रापं के क्षेत्र में नहीं लगाने की मांग की. ग्रापं ने पारित किया प्रस्ताव को रद्द करने की शिकायत गुटविकास अधिकारी रविकांत पवार के पास की थी.
शिकायत के आधार पर जांच के लिए पंस समिति गुटविकास अधिकारी ने जांच समिति का गठन किया गया. इसमें कृषि विस्तार अधिकारी चंद्रशेखर हेडाऊ, विश्वजीत कोडापे त्रिसदस्यीय समिति ने महिला दिन पर जांच के लिए नांदुरा बु. ग्राम पंचायत में आए. जांच के पहले जांच समिति को महिलाओं के रोष का सामना करना पडा. जांच समिति जांच किए बगैर ही लौट गई. इस दौरान ग्रामसचिव की जांच करने की मांग की गई.
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