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नागपुर. भूखे पेट भोजन की तलाश में निकला 13 वर्षीय बालक रास्ता भटक गया. परेशान माता-पिता लोहमार्ग पुलिस स्टेशन पहुंचे और बेटे की गुम होने की जानकारी दी. बालक गलत हाथों में जाने से पहले ही 24 घंटे के भीतर जीआरपी ने बालक को ढूंढ निकाला. जानकारी के अनुसार नवागांव खुर्द, छत्तीसगढ़ निवासी कामत साहू (37) पत्नी तारणी साहू (30) और 7 वर्षीय संकेत और 13 वर्षीय मनीष बेटे (दोनों बदले हुए नाम) के साथ काम की तलाश में अज्ञात ठेकेदार के कहने पर नागपुर आये. चारों स्टेशन पर रुके रहे लेकिन ठेकेदार नहीं आया. ठेकेदार का मोबाइल नंबर नहीं होने पर वे संपर्क भी नहीं कर पा रहे थे. सभी ने करीब 3 दिन स्टेशन पर गुजारे. पास का खाना भी समाप्त हो चुका था. इसके बाद उन्होंने कभी गणेश टेकड़ी में मिले प्रसाद तो कभी यात्रियों से मिले भोजन पर दिन गुजारे.
भोजन की तलाश में निकला और भटक गया
न भोजन का इंतजाम, न घर लौटने के लिए टिकट के पैसे. परेशान परिवार स्टेशन पर ही रहा. रात को भूख लगने के कारण मनीष भोजन की तलाश में स्टेशन परिसर से बाहर निकला लेकिन वापसी में रास्ता भटक गया. काफी देर तक मनीष नहीं लौटा तो कामत और तारणी परेशान हो गये. दोनों जीआरपी थाने पहुंचे और अपनी व्यथा बताई. एएसआई थॉमस ने शिकायत दर्ज कर मनीष की तलाश शुरू की. सीसीटीवी फुटेज जांचने पर मनीष स्टेशन परिसर से बाहर जाते दिखाई दिया.
आनन-फानन में जीआरपी की टीम ने स्टेशन परिसर के आसपास तलाश शुरू की. इसी बीच रात 10 बजे मनीष दिखाई दिया. तुरंत उसके माता-पिता को बुलाया गया. अपने बेटे को सही सलामत देखकर दोनेां की आंखों के आंसू नहीं थम रहे थे. उचित कागजी कार्यवाही के बाद मनीष को उसके माता-पिता के सुपुर्द कर दिया गया. इसके बाद उन्हें जीआरपी ने ही छत्तीसगढ़ जाने वाली ट्रेन में टिकट दिलाकर रवाना कर दिया. यह कार्रवाई पीआई काशिद के मार्गदर्शन में एएसआई थामस, एएसआई राजेश झुरमुरे, बाबुसिंह ठाकुर, प्रफुल्ल लांजेवार, दीपाली स्वामी और हिंगनापुरे ने की.
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