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लाखनी. स्कूल में लिपिक पद पर नौकरी लगाने के लिए दिए पैसे वापस मांगने पर हुई मारपीट का मामला अंततः पुलिस थाने पहुंचा. मारपीट में 2 लोग घायल हो जाने से आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने मामला दर्ज किया है.
जीजा ने ही रची साजिश
पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार तहसील के ग्राम आलेसुर निवासी नितिन दशरथ शामकुवर (43) ने अपने साले ग्राम पिपरी जवाहरनगर निवासी नितिन आदिनाथ मेश्राम (38) को स्कूल में लिपिक पद पर नौकरी लगाने के लिए ग्राम सिंधीपार मुंडीपार निवासी नरेश मारोती येडेकर (45) नामक एजेंट के माध्यम से वर्ष 2011-2012 में स्कूल के संस्थापक से 12 लाख रुपए का सौदा तय किया गया था.
मेश्राम ने लिपिक पद की नौकरी प्राप्त करने के लिए अपनी खेती की जमीन बेचकर किश्तों में नरेश येडेकर को 5 लाख रु. दिए. रुपयों का लेन देन वकील के माध्यम से नोटरी कराकर बाकी के 7 लाख रुपए लिपिक पद का जॉइनिंग ऑर्डर मिलने के बाद दिए जाने का तय हुआ था. लेकिन 10 सालों से आदिनाथ मेश्राम को न तो नौकरी मिली न ही दिए हुए पैसे वापस मिले. विगत 10 वर्षों से मेश्राम द्वारा बार-बार पैसे की वापस मांगने की मांग करने के बावजूद नरेश येडेकर टालमटोल करता रहा.
साले सहित 2 लोगों पर हमला
सूत्रों के अनुसार दोपहर 12 बजे ग्राम सिंधीपार मुंडीपार में नरेश येडेकर के निवास पर दिए गए 5 लाख रुपए वापस मांगने के लिए गए. नितिन शामकुवर, पत्नी ममता नितिन शामकुवर (36) व साला आदिनाथ मेश्राम गए थे. इस दौरान घर पर उपस्थित नरेश येडेकर, रूपेश नरेश येडेकर (24) ओम येडेकर (20) ने मिलकर डंडे एवं लोहे की रॉड से शामकुवर एवं मेश्राम सदस्यों के साथ मारपीट किया. लाखनी पुलिस ने नितिन शामकुवर की शिकायत पर आरोपियों को गिरफ्तार कर मामला दर्ज कर लिया है. आगे की जांच थानेदार मिलिंद तायडे कर रहे हैं.
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