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नासिक : जिले के त्र्यंबकेश्वर तहसील (Trimbakeshwar Tehsil) में प्रसव के लिए आई एक गर्भवती महिला (Pregnant Woman) को डॉक्टर की गैरमौजूदगी (Absence) में उसकी मां ने ही डिलीवरी कराई। त्र्यंबकेश्वर तहसील के अंजनेरी में प्राथमिक स्वास्थ्य विभाग (Health Department) के खराब प्रबंधन का मामला सामने आया है। त्र्यंबकेश्वर तहसील में आवटे के पास बर्द्याचिवाड़ी की एक महिला को प्रसव के लिए अंजनेरी प्राथमिक स्वास्थ्य विभाग में भर्ती कराया गया था। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग में कोई स्वास्थ्य अधिकारी या कर्मचारी मौजूद न होने के कारण यह बात सामने आई है कि मां को खुद ही बच्ची को जन्म देना था।
त्र्यंबकेश्वर तहसील में आवटे गांव के पास दस से पंद्रह परिवारों की आबादी वाला बर्द्याचिवाड़ी गांव है। यहां की एक गर्भवती महिला यशोदा त्र्यंबक आवटे को आज सुबह प्रसव पीड़ा होने पर अपनी मां सोनाबाई आवटे के साथ अंजनेरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, लेकिन स्वास्थ्य केंद्र में प्रवेश के बाद इस स्थान पर कोई भी स्वास्थ्य अधिकारी या कर्मचारी मौजूद नहीं था। इस समय प्रसव पीड़ा बढ़ रही थी तो साथ में आई मां और आशा कार्यकर्ता ने प्रसव कराने का फैसला किया, इसके अनुसार उस विवाहिता की मां ने अपनी जान जोखिम में डालकर बच्चे को जन्म दिया। बेटी की मां ने किसी तरह प्रसव कराया। बेटी ने एक प्यारी सी बच्ची को जन्म दिया।
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अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सड़क रोको आंदोलन
इस बीच समाजसेवी भगवान मधे ने चिकित्सा अधिकारी के तत्काल निलंबन की मांग की है। तहसील के कई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी ऐसी ही स्थिति है जहां मुख्यालय पर कोई डॉक्टर नहीं रहता है, इसलिए मधे ने कहा कि 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सड़क रोको आंदोलन किया जाएगा। हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में इस विकट स्थिति से महिला और प्रशासन अनभिज्ञ है।
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