– रबी फसल गिरदावरी की गलत जानकारी देने पर पटवारी के विरूद्ध होगी कार्रवाई
– बैंक खातों की ई-केवायसी करवाये, भुगतान सीधे किसानों के खाते में होगा
– जिले में गेहूं के 143, चना के 42 और मूंग उपार्जन के लिए 12 ‘’एक गोदाम एक केंद्र’’ बनाए जाएंगे
देवास। रबी उपार्जन की तैयारियों के संबंध में कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष में उपार्जन कार्य संबंधी विभागों की बैठक ली। बैठक में जिला आपूर्ति अधिकारी सुश्री शालू वर्मा, उप संचालक कृषि आरपी कनेरिया, उपायुक्त सहकारिता परमानन्द गोडारिया एवं उपार्जन कार्य संबंधी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर ने रबी उपार्जन की तैयारियों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि उपार्जन कार्य संबंधी सभी व्यवस्थाएं समय रहते कर लें। पिछले सालों के अनुभव पर उपार्जन कमियों को दूर करें। उपार्जन कार्य के लिए पर्याप्त बारदान, परिवहन एवं भंडारण की व्यवस्था कर लें। उपार्जन केंद्र पर किसानों के लिए पानी, छांव और अन्य सभी आवश्यक व्यवस्था की जाए। बैठक में कलेक्टर ने गेहूं उपार्जन की विगत वर्षों की जानकारी भी ली।
बैठक में कलेक्टर श्री गुप्ता ने कहा कि रबी फसल गिरदावरी की गलत जानकारी देने पर पटवारी के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। एक गोदाम एक केन्द्र उपार्जन केन्द्र के रूप में बनाया जाएगा। केन्द्रों की मैपिंग भी की जायेगी, जिससे किसानों को ज्यादा दूर तक उपार्जन केन्द्र में नहीं जाना पड़ेगा। जिले में गेहूं उपार्जन के लिए 143 केंद्र, चना उपार्जन के लिए 42 और मूंग उपार्जन के लिए 12 केंद्र बनाए जाएंगे। किसानों के खाते को बैंक से ई-केवायसी करवा लें, जिससे उपार्जन का भुगतान सीधे किसानों के खाते में हो जाए।
बैठक में बताया गया कि जिले में इस वर्ष रबी में गेहूं का रकबा 3 लाख हेक्टेयर में बुआई कार्य किया गया, जो कि गत वर्ष की तुलना में 50 हजार हेक्टेयर अधिक है। इसी तरह चना का रकबा 74 हजार 235 हेक्टेयर में है। रबी वर्ष 2022-23 में विभिन्न रबी फसलों सहित 3 लाख 80 हजार हेक्टेयर में बुआई कार्य हुआ है, जो कि पिछले वर्ष 2021-22 से लगभग 20 हजार हेक्टेयर अधिक है।
राशन वितरण की समीक्षा-
कलेक्टर श्री गुप्ता ने कहा कि जिले में 573 राशन वितरण दुकानों में 82 दुकानें स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा संचालित करने के लिए आवश्यक प्रक्रिया के लिए डीपीएम शीला शुक्ला को निर्देश दिए। जिले की सभी 573 राशन वितरण दुकानों की मैपिंग करें। जिससे उपभोक्ता को अधिक दूरी पर राशन लेने नहीं जाना पडे। जिले में छात्रावासों को एक ही दुकान से राशन वितरण किया जा रहा है। छात्रावासों को पास में स्थित राशन दुकान से राशन का वितरण करें। उपभोक्ताओं की केवायसी करें। जनसेवा अभियान में जिन हितग्राहियों के पात्रता पर्ची बनाने के लिए आवेदन आए हैं। उनमें पात्र हितग्राहियों को राशन वितरण करने की कार्रवाई करें। बैठक में बताया गया कि जिले में अब तक 2 लाख 37 हजार 465 पात्रता पर्ची बनाई गई है। जनवरी माह में अब तक 5 हजार 10 पात्रता पर्ची बनाई गई है।
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