211 किसानों के आए थे आवेदन, समिति ने खेतों पर जाकर देखा तरीका
भमौरी। जैविक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए भारतीय किसान संघ जैविक खेती करने वाले किसानों को पुरस्कृत कर रहा है। इस बार का पुरस्कार खाचरौद तहसील के किसान सीताराम सेकवड़िया को मिला है। वे पिछले 10 वर्षों से जैविक खेती कर रहे हैं। जैविक खेती करने से उनके खेत की जमीन उपजाऊ है और फसल का उत्पदन भी भरपूर होता है। इसके अतिरिक्त अन्य किसानों को भी पुरस्कृत किया गया। ये सभी जैविक खेती कर रहे हैं।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जितेंद्र पवार संगठन मंत्री मप्र-छत्तीसगढ़ आरएसएस, अशोक पांडे प्रांत संघ चालक महर्षि उत्तम स्वामी, कमलसिंह आंजना प्रदेश अध्यक्ष भारतीय किसान संघ, महेश चौधरी, तपन भौमिक ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
प्रदेश अध्यक्ष कमलसिंह ने आंजना ने कहा, कि इस बार 211 जैविक किसानों के आवेदन आए थे। एक निर्णायक समिति बनाई गई। समिति ने किसानों के खेतों तक जाकर उनका जैविक खेती करने का तरीका समझा। उसी आधार पर चयन समिति ने चार किसानों के नाम निकाले। भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष स्व. प्रभाकर राव केलकर की स्मृति में किसानों को प्रोत्साहित करने हेतु यह इनाम दिया जाता है। पुरस्कार का यह चौथा वर्ष है। इस बार उज्जैन जिले के खाचरौद तहसील के सीताराम सेकवड़िया को प्रथम पुरस्कार दिया गया।
किसानों को जैविक खेती करना ही पड़ेगी-
स्वामीजी ने कहा, कि प्रदेश में रोड पर बैठी गायों के लिए शासन को शासकीय भूमि आवंटित कर चरागाह घोषित करना चाहिए। इससे जो गायें एक्सीडेंट में मर रही है, उनकी भी सुरक्षा होगी। उन्होंने कहा, कि किसानों को भी जैविक खेती करना ही पड़ेगी। जैसे कोरोना काल आया था, उससे भी बड़ा भयानक कैंसर काल आने वाला है। अभी हर गांव में एक-दो कैंसर के मरीज देखे जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी आने वाले पीढ़ी को हम स्वस्थ धरती, पानी देकर जाएं। ऐसा हम प्रयास करें। हमें गोमाता, धरती माता एवं गंगा माता को बचाना ही होगा।
खेतों पर जाकर मुआयना भी किया-
भारतीय किसान संघ प्रतिवर्ष मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के किसानों के आवेदन लेकर उनके खेतों पर जाकर मौका मुअायना करता है। जैविक खेती करने वाले किसानों को प्रोत्साहित करने हेतु 1 लाख रुपए प्रथम का पुरस्कार दिया जाता है। द्वितीय पुरस्कार 31000 रुपए एवं दो तृतीय पुरस्कार 21000 रुपए दिया जाता है। यह आयोजन उत्तम स्वामी आश्रम सलकनपुर में पूर्णिमा को आयोजित किया जाता है।
पूरी तरह से जैविक खेती कर रहे हैं-
इस वर्ष का प्रथम पुरस्कार सीताराम रामगोपाल सेकवड़िया ग्राम सिंदरी तहसील खाचरौद जिला उज्जैन को दिया गया। वे 10 वर्षों से गो आधारित जैविक खेती कर रहे हैं। करीब 20 बीघा जमीन में गेहूं, मक्का, सोयाबीन, सरसों, चना की फसलें पूर्णत: जैविक तरीके से कर रहे हैं। इन्हें जैविक प्रमाण पत्र भी राज्य शासन द्वारा दिया गया है। द्वितीय पुरस्कार रेखा देवीसिंह चंद्रराम ग्राम फुलवारी डिंडोरी को तथ तृतीय पुरस्कार स्वदेश चौधरी सोहागपुर बैतूल एवं रतनलाल शंकरसिंह साहू गाड़ाडीह धर्मतारा छत्तीसगढ़ को दिया गया। यह जानकारी गोवर्धन पाटीदार प्रांत प्रचार प्रमुख भारतीय किसान संघ ने दी।
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