आयुर्वेदिक औषधियां असाध्य रोगों के निवारण में कारगर होती हैं- सद्गुरु मंगलनाम साहेब

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दिव्यांगों, असहायों, जरूरतमंदों के रोग निवारण के लिए लगभग 5 हजार दुर्लभ औषधियों का किया जाएगा रोपण

देवास। गो सेवा व मानव सेवा में समर्पित सदगुरु कबीर प्रार्थना स्थलीय सेवा समिति मंगल मार्ग टेकरी द्वारा जरूरतमंदों, असहायों और दिव्यांगों के रोग निवारण के लिए 33 प्रकार की तुलसी, अम्लतास, कलिहारी, निलगुड़, ब्राह्मी सहित विभिन्न प्रकार के लगभग 5 हजार दुर्लभ औषधीय पौधों का रोपण सद्गुरु कबीर प्रार्थना स्थलियों पर किया जाएगा। इसके लिए सद्गुरु मंगलनाम साहेब के सानिध्य में औषधियों का बीजारोपण कर पौधे तैयार किए जा रहे हैं।

सद्गुरु मंगलनाम साहेब ने बताया आदिकाल से जड़ी बूटी आयुर्वेदिक औषधियां असाध्य रोगों के निवारण में कारगर साबित हुई है, लेकिन आज के युग में आयुर्वेदिक औषधियों के बजाय अंग्रेजी दवाइयों का ज्यादा उपयोग लोग करने लगे हैं, जबकि आयुर्वेदिक औषधियां रोगों को जड़ से खत्म करने में कारगर होती है। चाहे फिर कैसा भी असाध्य रोग हो। जो लोग आर्थिक रूप से सक्षम है, वे तो अपना इलाज करवा लेते हैं, लेकिन कई लोग निर्धनता के कारण समय पर इलाज नहीं करा पाते। अगर असाध्य रोग हो तो उनकी जान तक चली जाती है, इसलिए दिव्यांगों, असहायों और जरूरतमंद लोगों के लिए सद्गुरु कबीर प्रार्थना स्थलीय सेवा समिति मंगल मार्ग टेकरी द्वारा दुर्लभ औषधियों का बीजारोपण कर अंकुरित किया जा रहा है।

पूरी तरह अंकुरित होने के बाद सद्गुरु कबीर प्रार्थना स्थली प्रताप नगर, मंगल मार्ग टेकरी प्रार्थना स्थली, चूना खदान प्रार्थना स्थली सहित बुदासा की पहाड़ी पर 33 प्रकार की तुलसी, अम्लतास, ब्राह्मी निलगुड़, कलिहारी जैसी दुर्लभ औषधियों का रोपण किया जाएगा। विशेषज्ञ द्वारा मिट्टी परीक्षण करवाने के बाद लगभग 5 हजार पौधे लगाए जाएंगे। औषधी को तैयार कर जरूरतमंदों, दिव्यांगों, असहायों को निशुल्क प्रदान की जाएगी। यह जानजारी सेवक राजेंद्र चौहान ने दी।

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