- यह पर्व हमें लोभ, लालसा के स्थान पर त्याग, अपरिग्रह और परहित साधना की प्रेरणा देता है- विक्रमसिंह चौधरी
देवास। महाशिवरात्रि पर मानस भवन शिव मंदिर बीएनपी गेट राधागंज रोड पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
मानस भवन शिव मंदिर समिति के न्यासी विक्रमसिंह चौधरी ने बताया, कि शिवजी का स्थान हिंदू धर्म में बहुत ऊंचा है और एक दृष्टि से सर्वोपरि है। एक शिवजी ही ऐसे देवता बताए गए हैं, जो संपत्ति और वैभव के बजाए त्याग और अकिंचनता को वरण करते हैं। उन्होंने अमृत को त्याग कर गरल को पिया, हाथी तथा घोड़े को छोड़कर बैल की सवारी स्वीकार की और हीरा, मोती, रत्नों को त्याग कर सर्प और नरमुंडों के आभूषण अपनाए। इस प्रकार महाशिवरात्रि का पर्व हमें लोभ, मोह, लालसा के स्थान पर त्याग, अपरिग्रह और परहित साधना की प्रेरणा व उपदेश देता है।
महाशिवरात्रि के इस पावन पर्व पर 8 मार्च को प्रात: 5 बजे से देवाधिदेव भगवान सिद्धेश्वर महादेव का रुद्राभिषेक किया जाएगा। 11 बजे से गायत्री शक्तिपीठ की देवकन्याओं द्वारा संगीतमय भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी। दोपहर 12 बजे महामंगल, महाआरती कर महाप्रसाद का वितरण किया जाएगा। दोपहर 3 बजे से मानस भवन शिव मंदिर महिला मंडल एवं अन्य महिला मंडलों द्वारा भजन-कीर्तन, शाम 7.15 बजे विशेष आरती का आयोजन कर प्रसाद वितरण किया जाएगा। इस अवसर पर शिवलिंग का बिल्वपत्र, आंकड़ा व पुष्प से विशेष श्रृंगार किया जाएगा। आकर्षक विद्युत सज्जा कर मंदिर को पुष्प, चंदन, केले, अशोक व आम के पत्तों द्वारा खूबसूरती से सजाया जाएगा।
प्रात: 10.30 बजे से साबूदाने की खिचड़ी का प्रसाद निरंतर वितरित किया जाएगा। इस आयोजन में समिति के दिलीप चव्हाण, दिनेश जोशी, मधुसूदन यादव, राजेंद्र पंडित, अशोक चौबे, देवकरण कारपेंटर, मांगीलाल तिवारी, डीपी शुक्ला, राधेश्याम पाटीदार, वासुदेव लिखितकर, बजरंगलाल मीणा, सुरेशसिंह दरबार, रमेशचंद्र शर्मा आदि ने शिवभक्तों से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर आयोजन में शामिल होने का अनुरोध किया है।
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