देवास। इंदौर-बुधनी रेलवे लाइन एवं करनावद एक्सप्रेस वे के प्रभावित किसानों की संयुक्त बैठक महादेव मंदिर के प्रांगण में बाबा महाकाल के नारे लगाते हुए आयोजित हुई। किसानों ने प्रण लिया, कि किसी भी कीमत पर सरकार को जमीन पर कब्जा नहीं करने देंगे। प्रभावित किसान बिजवाड़ चौराहे पर चल रहे धरना प्रदर्शन में पूरी ताकत से भाग लेंगे। किसानों ने बैठक में एक मत से निर्णय लिया, कि आगामी दिनों में किसानों का जमावड़ा लगाकर महापंचायत की जाएगी।
किसान नेता हंसराज मंडलोई एवं करनावद के किसान नेता माखन पाटीदार ने अपनी संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में बताया, कि इंदौर एवं देवास जिले के किसान नेताओं का दल वरिष्ठ किसान नेता संतोष पटेल दखनाखेड़ी के नेतृत्व में बागली विधानसभा क्षेत्र के ग्राम करनावद में पहुंचा। कर्णेश्वर महादेव मंदिर में बैठक संपन्न हुई।
हंसराज मंडलोई ने आगे बताया कि प्रभावित किसानों की बैठक में अनेक निर्णय किसान हित में लिए गए, जिसमें सभी प्रभावित किसानों से अपील की गई, कि देवास जिले के बिजवाड़ चौराहे पर जो अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन चल रहा है, उसमें पूरी ताकत के साथ भाग ले। बाजार मूल्य से चार गुना मुआवजा किसानों को दिया जाए। आउटर रिंग रोड योजना इंदौर को रद्द करने की मांग की गई।
किसान नेताओं ने आगे कहा, कि पिछले दिनों धार जिला प्रशासन ने पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र के गांव अकोलिया एवं जामोदी में जिस प्रकार से किसानों की खड़ी फसल रौंदी गई, इसकी जितनी निंदा की जाए कम है। किसानों ने मांग की है कि ऐसे अधिकारियों को तत्काल निलंबित किया जाए। किसान नेताओं ने कहा, कि हम किसी भी कीमत पर पीछे हटने वाले नहीं है एवं हमारा धरना प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा। अगली कड़ी में सांसद, विधायक, मंत्री, मुख्यमंत्री के निवास का घेराव करने के साथ दोनों पार्टियों के प्रमुख नेताओं के घर पर प्रदर्शन किया जाएगा।किसानों की जमीन सरकारी गाइडलाइन के हिसाब से ले रहे हैं। इस गाइडलाइन के हिसाब से नेताओं को उनकी जमीन किसान खरीदने का प्रस्ताव रखेंगे। मीटिंग में इंदौर के किसान नेता कृष्णकांत पटेल, प्रेम परमार, प्रेम बागवान, जगदीप डॉक्टर के साथ स्थानीय किसान इंद्रमल पटेल, मुकेश पाटीदार, बासूजी पटेल, दरियाव पाटीदार, घनश्याम पाटीदार सहित अनेक किसान उपस्थित थे।
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