राजयोग से आत्मा व मन का शुद्धिकरण हो जाता है- ब्रह्माकुमारी डॉ. सविता दीदी

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मेडिटेशन शिविर के आयोजन में सहयोग करने वाले समाजसेवियों का किया सम्मान
देवास।
शिवानी दीदी के कार्यक्रम एवं कालानी बाग में आयोजित तीन दिवसीय मेडिटेशन शिविर के सफल आयोजन में अनुकरणीय सहयोग के लिए समाजसेवियों व सहयोगियों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
समाजसेवी अनामिका दीपक मन्नूलाल गर्ग, मां चामुंडा सेवा समिति संयोजक रामेश्वर जलोदिया, एहतेश्याम उल हक, राजेश गोस्वामी, कमल बरडिया, फौजी हिम्मतसिंह यादव, समता विकास चौहान, नरेंद्र मिश्रा, दिनेश सांवलिया, उम्मेदसिंह राठौड़, इंदरसिंह गौड़, कैलाश परमार का प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की जिला संचालिका ब्रह्माकुमारी प्रेमलता दीदी के मार्गदर्शन में ब्रह्माकुमारी डॉ. सविता दीदी द्वारा शाल-श्रीफल से सम्मान किया गया। सविता दीदी ने अपने उद्बोधन में कहा, कि गुरु द्रोणाचार्य ने धनुर्धारी अर्जुन से पूछा, कि तुम्हें क्या दिख रहा है। अर्जुन ने कहा गुरुदेव मुझे तो सिर्फ और सिर्फ चिड़िया की आंख ही दिख रही है। लक्ष्य के अलावा और कुछ नजर ना आए तो हमारा मन पूरी तरह से परमात्मा में एकाग्र हो जाता है।
उन्होंने कहा, कि जैसे सूरज की रोशनी में कोई कागज रखा है, वह नहीं जलेगा, लेकिन आपने एक लैंस रख दिया और कन्वैक्स लैंस लगा कर पूरा फोकस कर देते हैं तो वह जल जाता है। इसी प्रकार आत्मा पर जब परमात्मा की शक्तियां पूरी तरह एकाग्र होती है तो जन्म-जन्मांतर के हमारे पाप कर्मों का बोझ खत्म जाता होता है। राजयोग में भी हमारी आत्मा व मन का शुद्धिकरण हो जाता है। इस अवसर पर संस्थान से जुड़े भाई-बहन, सामाजिक एवं धार्मिक संस्था पदाधिकारी उपस्थित थे।

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