देशी कट्टे दिलाने के नाम पर बुलाया और अपहरण कर 40 लाख की फिरौती मांगी थी
– दो पुरुष आरोपियों के साथ दो महिला आरोपी भी गिरफ्तार
– अपहृत के जीवन की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए इन्वेस्टीगेशन को रखा पूरी तरह गोपनीय
देवास। पुलिस ने अपहरण करने वाले बदमाशों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपियों के कब्जे से युवक को भी छुड़ा लिया है। अहपहरण किए गए युवक की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस ने जांच एवं पूरे ऑपरेशन को गोपनीय रखा था।
जानकारी के अनुसार पुलिस थाना औद्योगिक क्षेत्र अन्तर्गत 29 दिसंबर को सूचनाकर्ता ललित पिता जयनारायण पंजाबी सोनी उम्र 48 साल निवासी गंगा नगर ने अपने पुत्र भावेश उर्फ शिब्बू उम्र 24 साल के गायब होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। परिजनों द्वारा शंका व्यक्त करने पर पुलिस थाना औद्योगिक क्षेत्र द्वारा तत्काल वरिष्ठ अधिकारीगण को अवगत कराया गया जिस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयवीरसिंह भदौरिया द्वारा तथा नगर पुलिस अधीक्षक देवास दीशेष अग्रवाल द्वारा भावेश सोनी के गायब होने की घटना को गंभीरता से लिया गया। चार पुलिस टीमों का गठन कर पहली टीम को सीसीटीवी कैमरे चेक करने हेतु, दूसरी टीम को टेक्नीकल इन्वेस्टीगेशन हेतु, तीसरी टीम को धरपकड़ हेतु और चौथी टीम को आसूचना संकलन तथा पूछताछ हेतु कार्य सौंपा गया।
टीमों द्वारा शुरुआती जांच के दौरान तथा दोस्तों से की गई पुछताछ और तकनीकी अनुसंधान से यह स्पष्ट हो गया, कि भावेश का अपहरण फिरौती के लिए अज्ञात व्यक्तियों द्वारा कर लिया गया है। प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही के दौरान भावेश सोनी के जीवन की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए इन्वेस्टीगेशन और आपरेशन को बहुत ही गोपनीय एवं व्यावसायिक तरीके से करना आवश्यक था। सभी टीमों को थाना प्रभारी औद्योगिक क्षेत्र के नेतृत्व और नगर पुलिस अधीक्षक देवास के निर्देशन पर तत्परता एवं सावधानी से कार्य करने हिदायत दी गई थी, ताकि भावेश को कोई क्षति न पहुंचे। साथ ही आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्त में लेने की चुनौती को भी मद्देनजर रखा गया।
पुलिस द्वारा लगातार कैमरे चेक कर तलाश शुरू की गई। जांच के दौरान ज्ञात हुआ, कि भावेश अपने दोस्त की मोटर साइकिल से लिफ्ट लेकर मक्सी बायपास चौराहा पर पहुंचा, फिर वहां से किसी के साथ चला गया। अगले दिन भावेश को फोन लगाने वाले बंटी नामक दोस्त द्वारा अपहृत भावेश सोनी के पिता ललित सोनी तथा पूछताछ पर पुलिस को यह जानकारी दी थी कि बंटी ने भावेश के नंबर पर फोन किया था, जिस पर एक महिला बात कर रही थी और 40 लाख रुपए की फिरौती मांगी है।
चारों पुलिस टीमों के सामूहिक प्रयासों के बाद कुछ फोन नंबर टारगेट किए गए, जिनके तकनीकी अनुसंधान के आधार पर पुष्टि होने पर जिला रतलाम व जिला मंदसौर के लिए पुलिस टीमें रवाना की गई। अलसुबह अलग-अलग दो ठिकानों पर ग्राम बरखेड़ाकलां जिला रतलाम तथा ग्राम सूरी जिला मंदसौर में मय शस्त्र के दबिश दी गई। आरोपीगण हेमराज उर्फ अजय शर्मा, सपना पति हेमराज उर्फ अजय शर्मा तथा गुड्डी पति दशरथ सोलंकी तथा गोविंद को हिरासत में लिया गया तथा ग्राम सूरी में बांधकर रखे गए अपहृत भावेश सोनी को इनके कब्जे से मुक्त कराया गया। पुलिस की तत्परता व मेहनत के कारण एक बड़ी अनहोनी होने से बच गई।
पूछताछ में ज्ञात हुआ कि भावेश सोनी अपनी गलत संगतों को लेकर कर्ज में आ चुका था, जिसे से कार्य की तलाश थी। जिसमें ज्यादा रुपए कम समय में कमा सके। भावेश के घर पर पूर्व में हेमराज उर्फ अजय शर्मा निवासी बरखेड़ाकलां जिला रतलाम किराए से निवास करता था। वह अपने साथ सपना उर्फ सीमा नाम की एक महिला को लेकर भावेश के यहां उसे अपनी पत्नी बताकर किराए से रह रहा था। इसी दौरान भावेश की हेमराज उर्फ अजय शर्मा से जान-पहचान हो गई। जिसे उसके कट्टे बेचने-खरीदने की जानकारी थी। इसी बात को जानते हुए भावेश ने हेमराज से बात की थी और देवास में देशी कट्टे लेकर बेचने का प्लान बनाया था। हेमराज ने उसे मक्सी बायपास चौराहा पर बुलाया था।
देशी कट्टे खरीदने-बेचने के लिये हेमराज से मिलने के लिये 29 दिसंबर 23 को भावेश अपने दोस्त हार्दिक की मोटर साइकिल से लिफ्ट लेकर मक्सी बायपास चौराहा पहुंचा, जहां हेमराज उर्फ अजय शर्मा, उसकी पत्नी सपना व दोस्त गोविन्द प्रजापति निवासी दुपाड़ा जिला शाजापुर को मिला और उसे कट्टे दिखाये और उसे कट्टे चलाकर दिखाने का बोलकर अपने साथ वेगनार कार में बैठाकर ले गये। सफर में साथ रखा एवं रास्ते में गरोठ में भावेश का मोबाइल लेकर बंद कर दिया। बाद में ग्राम सूरी थाना नाहरगढ जिला मंदसौर में ले जाकर गुड्डीबाई के घर पर उसे बंदी बना लिया। अगले दिन फोन चालू किया, जो भावेश के पिता के मित्र का फोन लगा तो एक महिला ने फोन उठाया और बोला की भावेश को छोड़ने के 40 लाख रुपये की फिरोती मांगी गई ।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम-
1. हेमराज उर्फ अजय शर्मा पिता ओंकारलाल शर्मा उम्र 32 साल निवासी ग्राम कड़ोदिया थाना माकड़ोन जिला उज्जैन हाल मुकाम बरखेड़ाकलां, आलोट जिला रतलाम।
2. सपना पति हेमराज उर्फ अजय शर्मा उम्र 30 साल निवासी कड़ोदिया तहसील तराना जिला उज्जैन हाल बरखेड़ा रतलाम
3. गोविन्द प्रजापति पिता रमेशचंद्र प्रजापति उम्र 40 साल निवासी दुपाड़ा जिला शाजापुर
4. गुड्डीबाई पति दशरथ सोलंकी उम्र 40 साल निवासी सूरी थाना नाहरगढ़ मंदसौर
सराहनीय कार्य- सभी पुलिस टीमों के सम्मिलित प्रयासों के अलावा प्रधान आरक्षक शिवकुमार सिंह, प्रधान आरक्षक पंकज कुशवाह थाना औद्योगिक क्षेत्र देवास एवं सायबर सेल के प्रधान आरक्षक शिवप्रतापसिंह सेंगर की भूमिका सराहनीय रही।
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