– नवरात्रि पर्व पर 80 से 100 रुपए किलो तक बिकेंगे फूल
बेहरी (हीरालाल गोस्वामी)। वर्ष के 8 माह 6 प्रजाति के गेंदा फूल यहां पर मिलते हैं। गर्मी के दिनों में गुलदावरी, गुलाब और मोगरा भी यहां के बागबान लगाते हैं।
इस वर्ष भी पीला एवं केसरिया गेंदा अलग-अलग 10 से अधिक किसानों द्वारा 2 हेक्टेयर खेत पर लगाया गया है। हालांकि फूलों की खेती का रकबा कम है, लेकिन जो किसान फूलों का व्यवसाय करते हैं। वह वर्षभर फूलों पर आधारित खेती को महत्व देते हैं।
किसान रामसिंह बागवान, दिनेश बागवान, मोतीलाल बागवान एवं रामरतन बागवान ने बताया, कि इस वर्ष गणेश चतुर्थी पर्व पर 50 रु. किलो तक गेंदा फूल बेचा गया है। विगत दिनों महाकाल लोक परिसर में फूलों की सजावट के दौरान बेहरी से 5 क्विंटल से अधिक गेंदा व गुलदावरी फूल भेजा गया था। नवरात्रि पर्व पर फूलों की खपत बागली, चापड़ा व हाटपिपलिया क्षेत्र में ही हो जाती है। नवरात्रि व दीपावली पर फूलों की आवश्यकता के चलते बागली क्षेत्र में ही खपत होती है। मोगरे का अधिकतम भाव विगत वर्ष 500 रु. किलो तक गया था। वर्तमान में थोक में गुलाब, मोगरा, गुलदावरी 80 से 100 रु. किलो बिक रहा है। किसानों का कहना है दीपावली पर्व पर फूल बेचने की बजाय माला बनाकर बेचना ज्यादा फायदेमंद है। उनके परिवार के कई सदस्य माला बनाने के काम में लगे हुए हैं। 20 से 30 हजार रु. तक के फूल दीपावली पर्व पर बेचे जाएंगे। दशहरा पर्व पर 20 हजार के हार बनाकर उनके परिजनों द्वारा बेचे गए। इन्हें तोड़ने के लिए 300 रु. प्रति बोरा के हिसाब से मजदूरी भी दी जाती है। दीपावली के बाद 4 माह तक कलकत्ती लाल कलर की छोटी गेंदा फूल यहां की विशेषता है, जिसे गति फूल कहते हैं। यह फूल दूर-दूर तक भेजा जाता है।
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