– किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें
टोंकखुर्द (विजेंद्रसिंह ठाकुर)। मानसून की लंबी खेंच से टोंकखुर्द विकासखंड की फसलों पर सीधा असर दिखाई देने लगा है। क्षेत्र की मुख्य फसल सोयाबीन सूखने लगी है, जिससे किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीर दिखाई दे रही है।
किसान अपनी फसल देखता है तो उसके खून के आंसू निकल रहे हैं। बारिश की उम्मीद में किसानों की आंखे राह देख-देखकर पथरा गई है। किसानों ने अच्छी फसल के लिए महंगे हकाई-जुताई, खाद, बीज, कीटनाशक दवाई की भारी भरकम लागत भी लगा दी, परन्तु बारिश के अभाव में अब उत्पादन लागत भी निकलना मुश्किल हो जाएगा। क्षेत्र की फसलें अब धीरे-धीरे नष्ट होने लगी है। क्षेत्र के अनेक गांव मुख्य रूप से ग्राम बरदु, जमुनिया, खरेली, उपड़ी, कंडाराखेड़ी, माधवपुर खेड़ा, मेरखेड़ी, सेंडु, देवली सहित क्षेत्र के अनेक गांवों में सूखे जैसे हालात बन गए हैं। क्षेत्र के किसान शासन-प्रशासन से तत्काल सर्वे कराकर मुआवजा एवं राहत राशि देने की मांग कर रहे हैं।
बरदू के पटेल विक्रमसिंह व मानसिंह ने बताया कि दो दिन में बारिश नहीं हुई तो समस्त गांववासी बाग रसोई करेंगे
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