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नेशनल लोक अदालत में 1307 लंबित प्रकरणों का निराकरण

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देवास। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवास अजय प्रकाश मिश्र के मार्गदर्शन में शनिवार को जिले के समस्त न्यायालयों में वृहद स्तर पर इस वर्ष की द्वितीय ’नेशनल लोक अदालत’ का आयोजन किया गया।

प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवास अजय प्रकाश मिश्र द्वारा दीप प्रज्जवलित कर नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर प्रधान जिला न्यायाधीश श्री मिश्र ने अपने संबोधन में कहा कि लोक अदालत का एकमात्र दिन ऐसा होता जिस दिन न्यायाधीश एवं दोनों पक्षकारों के अधिवक्ता एक मन से यही चाहते हैं कि पक्षकारों में समझौता हो और उभयपक्ष खुशी-खुशी घर जाएं। साथ ही उन्होंने न्यायिक अधिकारीगण और अधिवक्तागण को अधिक से अधिक प्रकरणों में राजीनामा कराने के लिए प्रेरित किया।

नेशनल लोक अदालत में सिविल, आपराधिक, विद्युत अधिनियम, एनआईएक्ट, चैक बाउन्स, श्रम मामले, मोटर दुर्घटना दावा, बीएसएनएल आदि विषयक प्रकरणों के निराकरण हेतु जिला मुख्यालय देवास एवं तहसील स्तर पर सोनकच्छ, कन्नौद, खातेगांव, टोंकखुर्द एवं बागली में 40 न्यायिक खंडपीठों का गठन किया गया।

श्री मिश्र प्रधान जिला न्यायाधीश एवं रोहित श्रीवास्तव, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा विद्युत कंपनी, नगर निगम, बैंक, बीएसएनएल, बीमा कंपनी के स्टाॅल पर जाकर तथा खंडपीठों का भ्रमण कर समस्त संबंधित अधिकारीगण को लोक अदालत में अधिक से अधिक संख्या में प्रकरण के निराकरण हेतु प्रेरित किया गया। राजीनामा करने वाले पक्षकारगण को स्मृति स्वरूप फलदार और फूलों के पौधे भेंट किये गये एवं पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रेरित किया गया।

शुभारंभ कार्यक्रम में वंदना जैन प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय, विकास शर्मा प्रथम जिला न्यायाधीष के चतुर्थ अति. जिला न्यायाधीश, उमाशंकर अग्रवाल द्वितीय जिला न्यायाधीश, अभिषेक गौड़ पंचम जिला न्यायाधीश, उत्तम कुमार डारवी द्वितीय जिला न्यायाधीश, राजेन्द्र कुमार पाटीदार तृतीय जिला न्यायाधीश, प्रसन्न सिंह बहरावत चतुर्थ जिला न्यायाधीश, डाॅ. रविकांत सोलंकी अतिरिक्त जिला न्यायाधीश, भारत सिंह कनेल मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, रोहित श्रीवास्तव सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं अन्य न्यायाधीशगण नीलेन्द्र कुमार तिवारी, दीक्षा मौर्य, कुंवर युवराज सिंह, निकिता वाष्र्णेय पांडे, प्रियांशु पांडे, रश्मि अभिजीत मरावी, किरण सिंह, सौरभ जैन, चंद्रा पवार, सुभाष चैधरी जिला विधिक सहायता अधिकारी, पंकज पंड्या उपाध्यक्ष अधिवक्ता संघ, अतुल पंड्या सचिव अधिवक्ता संघ, देवबाला पिपलोनिया उपायुक्त नगर निगम, विद्युत कंपनी एवं बैंक के अधिकारीगण, लीगल एड डिफेंस काउंसेल स्टाॅफ, लोक अभियोजन अधिकारीगण, अधिवक्तागण, पैरालीगल वालेंटियर्स एवं पक्षकारगण उपस्थित रहे।

नेशनल लोक अदालत में निराकृत प्रकरणों की जानकारी-
सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवास रोहित श्रीवास्तव ने बताया कि इतिहास रचते हुए देवास जिले में आयोजित नेशनल लोक अदालत में अभूतपूर्व 1307 लंबित प्रकरणों का निराकरण हुआ है। संपूर्ण जिले में गठित 40 न्यायिक खंडपीठों में न्यायालयों के लंबित प्रकरणों में आपराधिक प्रकरण 503 ,मोटर दुुर्घटना के 67, चैक बाउन्स 268, फैमेली मेटर्स 48, विद्युत के 207, श्रम के 10, विविध के 172, सिविल के 29, मनी रिकवरी के 3 इस प्रकार कुल 1307, प्रकरण निराकृत हुए जिसमें राशि 14 करोड़ 41 लाख 62 हजार 405 रुपये के अवार्ड पारित किए गए।

निराकृत 67 क्लेम प्रकरणों में राशि 2 करोड़ 83 लाख 97 हजार रुपये के अवार्ड आपसी समझौते के आधार पर पारित किए गए। नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट के 268 प्रकरण निराकृत हुए जिनमें 5 करोड़ 84 लाख 26 हजार 990 रूपये के चैकों की राशि में सेटलमेंट किया गया। 56 लाख 92 हजार 844 रुपए की राशि के 29 सिविल प्रकरणों का निराकरण हुआ।

2863 प्रिलिटिगेशन प्रकरणों का निराकरण किया गया है, जिसमें रुपये 2 करोड़ 33 लाख 56 हजार 805 रुपये राशि के अवार्ड पारित किए गए हैं एवं 2876 व्यक्ति लाभांवित हुए हैं।

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