– विश्व पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य में श्री श्री रविशंकर विद्या मंदिर में हुए विविध आयोजन
इंदौर। विश्व पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य में श्री श्री रविशंकर विद्या मंदिर, इंदौर में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने हेतु कक्षा आठ के विद्यार्थियों द्वारा एक विशेष सभा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों में प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी की भावना जागृत करना था।
कार्यक्रम की शुरुआत एक भावपूर्ण गीत से हुई, जिसने पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाया। इसके पश्चात विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत एक जीवंत नुक्कड़ नाटक ने दर्शकों को झकझोर दिया, जिसमें उन्होंने प्रदूषण, प्लास्टिक के दुष्प्रभाव और मानवीय लापरवाही के कारण बिगड़ते पारिस्थितिकी तंत्र की भयावह तस्वीर को दिखाया। नाटक के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि यदि हमने अभी नहीं संभले तो आने वाली पीढ़ियों को इसका गंभीर खामियाज़ा भुगतना पड़ेगा।
कार्यक्रम में उपस्थित अभिभावकों, विद्यार्थियों और शिक्षकों ने पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली। उन्होंने यह संकल्प लिया कि वे जल, वायु और धरती को स्वच्छ एवं सुरक्षित बनाए रखने हेतु अपने दैनिक जीवन में छोटे-छोटे बदलाव लाएंगे।
विद्यालय की प्राचार्य कंचन तारे ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा, कि पृथ्वी दिवस केवल एक दिन नहीं है, बल्कि यह हमें हर दिन प्रकृति के साथ सामंजस्यपूर्ण जीवन जीने की प्रेरणा देता है। आज जब पर्यावरणीय असंतुलन हमारे स्वास्थ्य और अस्तित्व को चुनौती दे रहा है, तब यह अत्यंत आवश्यक हो गया है कि हम प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करें। बच्चों में यह भावना बचपन से ही विकसित करना जरूरी है कि पृथ्वी उनकी जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा, कि विद्यालय न केवल शिक्षा का केंद्र है, बल्कि यह भावनात्मक और नैतिक मूल्यों को विकसित करने का माध्यम भी है। हम सभी को मिलकर पौधारोपण, कचरा प्रबंधन, जल-संरक्षण और ऊर्जा की बचत जैसे छोटे कदमों से बड़े परिवर्तन की ओर बढ़ना होगा।
कार्यक्रम के अंत में कक्षा अध्यापिकाएं स्मिता शर्मा एवं शैली भागवत ने सभी का आभार व्यक्त किया और कहा कि इस तरह की गतिविधियां न केवल विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास में सहायक होती हैं, बल्कि समाज को भी सकारात्मक दिशा में प्रेरित करती हैं।