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तेज गर्मी में बढ़ा लू का खतरा: स्वास्थ्य विभाग ने जारी की जरूरी एडवायजरी

ByNews Desk

Apr 9, 2025
Loo
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इंदौर। जिले में बढ़ते तापमान और तीखी धूप ने लू (तापघात) का खतरा बढ़ा दिया है। इसी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों की सुरक्षा के लिए एक अहम एडवायजरी जारी की है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएस सैत्या ने नागरिकों से अपील की है कि लू के लक्षण नजर आते ही लापरवाही न बरतें और तुरंत इलाज कराएं। विभाग द्वारा बताए गए बचाव के उपायों को अपनाकर गर्मी के इस प्रकोप से खुद को और अपनों को सुरक्षित रखा जा सकता है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सैत्या ने अपील की है कि लू (तापघात) के लक्षण दिखाई देते ही निकट के अस्पताल में संपर्क कर आवश्यक दवा का उपयोग सुनिश्चित करें। लू (तापघात) के प्रकोप से बचाव के उपाय करें। उन्होंने बताया कि ग्रीष्म ऋतु में लू लगने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। वृद्ध, बच्चे, खिलाड़ी, धूप में काम करने वाले श्रमिक सर्वाधिक खतरे में रहते हैं। पसीना न आना, गर्म-लाल एवं शुष्क त्वचा, मतली, सिरदर्द, थकान, चक्कर आना, उल्टियां होना, बेहोश हो जाना एवं पुतलियां छोटी हो जाना लू (तापघात) के प्रमुख लक्षण एवं संकेत हैं।

गर्मी व लू से बचाव के लिए खूब पानी पीये व खाली पेट न रहें। शराब व चाय-कॉफी के अधिक सेवन से बचें। ठण्डे पानी से नहाएं, सर ढके व हल्के रंग के ढीले व पूरी बांह के कपड़े पहने। बच्चों को बंद वाहनों में अकेला न छोड़े। दिन में 12 से 4 बजे के मध्य बाहर जाने से बचें। धूप में नंगे पांव न चलें, बहुत अधिक भारी कार्य न करें। बाहर निकलना आवश्यक हो तो छतरी व धूप के चश्मे का उपयोग करें, धूप में निकलने से पहले कम से कम दो गिलास पानी अवश्य पीये।

बुखार व लू लगने पर निकट के अस्पताल में संपर्क कर आवश्यक दवा का उपयोग सुनिश्चित करें। ओआरएस का घोल, नारियल पानी, छाछ, नींबू पानी, फलों का रस इत्यादि का सेवन लाभदायक होता है। इन सभी उपायों का उपयोग कर गर्मी के प्रभाव से बचा जा सकता है।