अप्रैल शुरू होते ही देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी ने दस्तक दे दी है। दोपहर में पड़ रही लू और तेज़ धूप न केवल आम जनजीवन को प्रभावित कर रही है, बल्कि स्वास्थ्य पर भी खतरा बढ़ा रही है। ऐसे में ज़रूरी है कि हम सावधानी बरतें और कुछ आसान उपाय अपनाकर खुद को लू और गर्मी से जुड़ी बीमारियों से सुरक्षित रखें।
अप्रैल का महीना आते ही गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। दोपहर के समय गर्म हवा चलने लगी है, जो न केवल शरीर को थका देती हैं बल्कि कई स्वास्थ्य समस्याओं को भी जन्म देती हैं। ऐसे मौसम में सावधानी न बरती जाए तो डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक, बुखार और पेट से जुड़ी समस्याएं आम हो जाती हैं। आइए, जानते हैं इस तपती गर्मी में कैसे करें लू से बचाव और खुद को स्वस्थ बनाए रखें।
लू से बचाव के उपाय:
धूप में निकलने से बचें: दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच बाहर निकलने से बचें। अगर निकलना जरूरी हो तो सिर पर टोपी या गमछा जरूर बांधें।
हल्के और ढीले कपड़े पहनें: सूती कपड़े शरीर को ठंडा रखते हैं और पसीना जल्दी सुखाते हैं। सफेद या हल्के रंग के कपड़े गर्मी को दूर रखने में मदद करते हैं।
पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं: दिनभर में 10-12 गिलास पानी जरूर पिएं। नींबू पानी, नारियल पानी, बेल का शरबत, केरी का पना जैसे प्राकृतिक पेय शरीर को ठंडा रखते हैं।
घर का बना हल्का भोजन करें: तला-भुना और ज्यादा मसालेदार खाना पेट की तकलीफें बढ़ा सकता है। दही, छाछ, सलाद और मौसमी फल जैसे आम, तरबूज, खरबूज का सेवन करें।
ओआरएस या नमक-चीनी का घोल: यदि अधिक पसीना आ रहा हो या कमजोरी महसूस हो रही हो, तो ओआरएस का घोल शरीर में नमक और पानी की कमी को पूरा करता है।
गर्मी में होने वाली सामान्य बीमारियां और बचाव
हीट स्ट्रोक: लगातार धूप में रहने से शरीर का तापमान बढ़ सकता है। थकान, चक्कर आना और बेहोशी इसके लक्षण हो सकते हैं। तुरंत ठंडी जगह ले जाएं।
डिहाइड्रेशन: शरीर में पानी की कमी से कमजोरी, पेशाब कम होना और सिरदर्द हो सकता है। नियमित अंतराल पर पानी और तरल पदार्थ पिएं।
फूड पॉइज़निंग: गर्मी में खाना जल्दी खराब हो जाता है। बाहर का बासी या खुला खाना खाने से बचें। ताजे और साफ-सुथरे तरीके से पका हुआ खाना ही खाएं।
त्वचा संबंधी समस्याएं: पसीने से घमौरियां, फोड़े या रैशेज़ हो सकते हैं। नहाने के बाद शरीर को सूखा और साफ रखें। एंटीसेप्टिक पाउडर का प्रयोग करें।
गर्मी से घबराने की जरूरत नहीं है, बस थोड़ी सी सावधानी और खान-पान में बदलाव से आप लू और गर्मी से जुड़ी बीमारियों से बचे रह सकते हैं। अपने साथ-साथ बच्चों और बुजुर्गों का भी खास ध्यान रखें, क्योंकि उनकी प्रतिरोधक क्षमता थोड़ी कमजोर होती है।
याद रखें, गर्मी को मात देने का तरीका है ठंडे दिमाग से सावधानी बरतना!
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। स्वास्थ्य संबंधी किसी भी समस्या के लिए डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।