धर्म-अध्यात्म

रंगपंचमी पर 1001 लीटर प्राकृतिक रंग से किया हनुमानजी का अभिषेक

बेहरी (हीरालाल गोस्वामी)। बेहरी-बागली मार्ग स्थित मनकामेश्वर भोमियाजी मंदिर में रंगपंचमी पर आयुर्वेदिक औषधीय रंग केसर व प्लाश के फूलों से बनाकर भोमियाजी का अभिषेक किया गया। इसके लिए 1001 लीटर केसरिया रंग तैयार किया गया। यजमान एडवोकेट राजा ईनाणी, बसंत ईनाणी के परिवार ने अभिषेक का लाभ लिया। इस अवसर पर हनुमानजी महाराज का आकर्षक श्रृंगार भी किया गया।

ब्राह्मणों ने चतुर्थी से ही भोमियाजी महाराज के अभिषेक की तैयारी प्रारंभ कर दी थी। फल, फूल रस, शहद, दूध, दही, घी, शकर एकत्रित कर प्रातःकाल होते ही 1001 लीटर केसरिया रंग से भगवान का अभिषेक किया गया। इसी के साथ सभी ने एक-दूसरे को रंगपंचमी की बधाई दी। रंगपंचमी पर पधारे सभी श्रद्धालुओं ने 21 कलश से बारी-बारी अभिषेक किया। इस केसरिया जलाभिषेक के दौरान जल में चारधाम यात्रा पर गए राजेंद्र उपाध्याय ने प्रयागराज से लाए गंगा जल को नर्मदा, शिप्रा के जल में मिलाया। सुखद अवसर पर यहां चल रही 38 दिवसीय रामायण के दौरान भगवान राम परिवार को भी मंत्रोच्चार से आमंत्रित कर चित्र पर केसरिया रंग लगाया। यहां स्थित काम्या सिंदूर पेड़ से सिंदूर निकालकर प्रतिमा का महामस्तकाभिषेक किया।

dewas news

यज्ञ आचार्य सुनील जोशी, 11 बटुक ब्राह्मण अभिषेक वैष्णव, विद्याधर वैष्णव, विवेक शर्मा, नारायण शर्मा, पुष्कर शर्मा, प्रियांशु शर्मा, गोपाल शर्मा आदि ने अभिषेक संपन्न कराया। मंदिर के पुजारी विद्याधर वैष्णव के अनुसार ब्रज की होली की याद यहां पर ताजा हो गई। श्रद्धालुओं द्वारा एक-दूसरे को बधाई देते हुए रामायण चौपाई पर दोपहर 12 बजे महाआरती की। इस अवसर पर अनिल विश्वकर्मा, चंपालाल धौसरिया, राजेंद्र पाटीदार, श्रीराम पाटीदार, शांतिलाल पाटीदार, पवन पाटीदार आदि उपस्थित रहे।

Advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button