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नासिक : त्र्यंबक रोड के मायको सर्कल और सिडको के त्रिमूर्ति चौक में प्रस्तावित फ्लाईओवर (Flyover) के निर्माण कार्य (Construction Work) को रद्द करने की प्रक्रिया शुरु गई है, ऐसा दावा महानगरपालिका प्रशासन (Municipal Administration) कर रहा है, जबकि दूसरी ओर इन फ्लाईओवर के निर्माण कार्य के पौने दस करोड़ रुपए देने की बात भी बजट (Budget) में कही गई है। इस कारण कहा जा रहा है कि जब पुलों के निर्माण कार्य को रद्द कर दिया गया तो फिर महानगरपालिका के बजट में इन पुलों के पौन दस करोड़ रुपए का बजट कैसे प्रस्तावित किया गया।
शहर के इन दो विवादास्पद फ्लाईओवरों के लिए वित्त वर्ष 2023-24 के बजट में पौने दस करोड़ रुपये आवंटित किए जाने से प्रशासन की भूमिका संदेह के घेरे में आ गई है। निर्माण विभाग के इस संदिग्ध प्रबंधन से अब जनप्रतिनिधियों के आक्रामक होने की आशंका जताई जा रही है। दोनों फ्लाईओवर का काम एक ही ठेकेदार को दे दिया गया है, इनमें त्रिमूर्ति चौक स्थित फ्लाईओवर के ठेकेदार को काम शुरू करने का आदेश भी दे दिया गया है। लेकिन कहा जा रहा है कि इन दोनों फ्लाईओवर पर राजनीति शुरू होने के बाद विवाद खड़ा हो गया और मामला हाईकोर्ट में पहुंच गया है।
बताया जा रहा है कि नासिक जिले के तत्कालीन पालक मंत्री छगन भुजबल की ओर से फ्लाईओवर निर्माण कार्य को रद्द करने के आदेश देने के बाद तत्कालीन महानगरपालिका कमिश्नर रमेश पवार ने माइको सर्किल पर फ्लाईओवर निर्माण कार्य के प्रस्ताव को रद्द कर दिया था। आईआईटी, पवई को एक फ्लाईओवर की आवश्यकता का आकलन करने के लिए एक यातायात सर्वेक्षण करने का निर्देश भी उस दौरान दिया गया था।
निर्माण विभाग के अधिकारियों से चर्चा की गई
जुलाई 2022 में जब आईआईटी पवई ने बताया कि फ्लाईओवर की जरूरत नहीं है, तो उस फ्लाईओवर को भी खत्म करने का फैसला किया गया, हालांकि उसके बाद संबंधित ठेकेदार काम करने को तैयार हो गया। इसके बाद इस मामले में ठेकेदार को कंपनी की ओर से निर्माण विभाग को पत्र भेजकर कहा गया कि दोनों पुल नई तकनीक के अनुसार गुणवत्तापूर्ण कैसे होंगे, इस संबंध में निर्माण विभाग के अधिकारियों से चर्चा की गई और कहा गया कि निर्माण कार्य में सुधार किया जा रहा है। साथ ही वित्त वर्ष 2023-24 के बजट में मायको सर्किल पर फ्लाईओवर के लिए 4.75 करोड़ और त्रिमूर्ति चौक पर फ्लाईओवर के लिए पांच करोड़ रुपए के प्रावधान ने बहुतों की भौहें तरेर दी है।
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काम का आदेश दिए हुए बीस महीने बीत गए
ठेकेदार को आठ बार काम शुरू करने संबंधी नोटिस दिया गया था, उसके बाद भी ठेकेदार ने काम शुरू नहीं किया। भवन निर्माण विभाग ने अक्टूबर 2022 में पेनल्टी कार्रवाई का नोटिस भेजा था। इस नोटिस में ठेकेदार ने रद्दी की टोकरी भी दिखाई। ठेकेदार को काम शुरू करने का आदेश देकर बीस महीने का समय बीत गया है। समझौते के मुताबिक अब तक फ्लाईओवर का साठ फीसदी काम पूरा होने की उम्मीद थी। हालांकि ठेकेदार त्रिमूर्ति चौक के साथ माइक्रो सर्किल पर फ्लाईओवर शुरू करने के आदेश पर अड़ा हुआ है। नासिक महानगरपालिका के निर्माण कार्य विभाग ने अब ठेकेदार पर प्रतिदिन एक लाख रुपए जुर्माना लगाने का निर्णय लिया है।
त्रिमूर्ति चौक क्षेत्र के प्रस्तावित फ्लाईओवर को रद्द करने को लेकर कानूनी प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। माइक्रो सर्कल फ्लाईओवर को शुरू करने संबंधी आदेश नहीं दिए गए। त्रिमूर्ति चौक क्षेत्र में पुल निर्माण को लेकर ठेकेदार को नोटिस जारी किया गया था।
– शिवकुमार वंजारी, शहर अभियंता, नासिक महानगरपालिका।
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