देवास। खेती में ड्रोन का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है, जिससे किसानों के काम आसान हो गए हैं। कीटनाशक छिड़काव में ड्रोन कुशल भूमिका निभा रहे हैं।
ग्राम बड़ी चुरलाई में गुरु गंगदास फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड ने कृषि के विद्यार्थियों और किसानों को ड्रोन उड़ाने और कीटनाशक छिड़काव की मुफ्त ट्रेनिंग दी। यह प्रशिक्षण विद्यार्थियों के लिए अतिरिक्त आय का जरिया बन सकता है।
कंपनी के अध्यक्ष जगपालसिंह सिकरवार ने बताया, कि ड्रोन के उपयोग से खेतों में दवाई छिड़काव का काम बेहद आसान और सुरक्षित हो गया है। मजदूरों या किसानों को अब जहरीले जीव-जंतुओं का डर नहीं रहा, क्योंकि उन्हें कीटनाशक छिड़काव के लिए खेत के अंदर जाने की जरूरत नहीं पड़ती। ड्रोन के माध्यम से कुछ ही समय में बड़े क्षेत्र में कीटनाशक का छिड़काव हो जाता है। उन्होंने बताया, कि उनके पास मौजूद ड्रोन की कीमत लगभग 14 लाख रुपए है। हालांकि, कम कीमत वाले ड्रोन भी बाजार में उपलब्ध हैं।
ड्रोन संचालन की तकनीक सीखी-
ट्रेनिंग कार्यक्रम के दौरान किसानों और विद्यार्थियों ने ड्रोन संचालन की तकनीक सीखी। इसके साथ ही जैविक खेती के लाभों पर भी जागरूक किया गया। यह ट्रेनिंग 10 जनवरी तक चलेगी और प्रतिदिन सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक आयोजित की जा रही है।
समय और श्रम की बचत-
मैनेजर पवन नागर ने बताया, कि ड्रोन तकनीक के बढ़ते उपयोग से न केवल खेती के तरीकों में सुधार हो रहा है, बल्कि यह किसानों के लिए समय और श्रम की बचत का जरिया भी बन रहा है। यह पहल खेती को आधुनिक और सुरक्षित बनाने में सहायक साबित हो रही है। किसानों को इसका लाभ उठाना चाहिए।
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