आवेदक की जागरुकता एवं पुलिस की सक्रियता से डिजिटल अरेस्ट संबंधी फ्रॉड होने से बचा
सायबर जागरूकता अभियान का असर, पुलिस की सक्रियता से साइबर फ्रॉड होने से बचा
देवास। पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद के नेतृत्व में चलाए जा रहे “ऑपरेशन सायबर” के तहत देवास पुलिस ने साइबर फ्रॉड से नागरिकों को बचाने और जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। यह अभियान लोगों को साइबर अपराध से बचाने और ठगी की राशि वापस दिलाने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। गृह मंत्रालय द्वारा जारी साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 और देवास साइबर सेल का हेल्पलाइन नंबर 7587611376 आम नागरिकों के लिए तुरंत सहायता का जरिया बन गए हैं। इन नंबरों पर नागरिक साइबर फ्रॉड या धमकी भरे कॉल्स की शिकायत कर सकते हैं, जिससे पुलिस समय रहते कार्रवाई कर सके।
थाना कोतवाली में अब्दुल के मोबाइल फोन पर अज्ञात नंबर से कॉल आया, जिसने आवेदक से क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर बात की और बोला, कि तुम्हारे खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज है। अगर तुमने 50 हजार रुपए नहीं डाले तो तुम्हें तत्काल गिरफ्तार किया जाएगा। आवेदक अब्दुल को इस संदिग्ध गतिविधि पर शंका हुई और उन्होंने तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर सूचना दी।
आवास योजना का पैसा आया है-
थाना हाटपीपल्या में शादाब के पिता के मोबाइल फोन पर अज्ञात नंबर से कॉल आया। उसने बोला, कि आपके अकाउंट में आवास योजना का पैसा आया है। आवेदक से 5000 रुपए की मांग की गई। आवेदक शादाब को इस संदिग्ध गतिविधि पर शंका हुई और उन्होंने तुरंत हेल्पलाईन नंबर 1930 पर सूचना दी।
पुलिस ने कहा किसी को रकम ना दें-
उक्त समस्त घटनाओं में सूचना प्राप्त होने पर देवास पुलिस कंट्रोल रूम ने सूचना की जानकारी संबंधित थाना प्रभारी एवं सायबर सेल देवास को दी। पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार सायबर सेल और थाना प्रभारी ने आवेदकों से संपर्क कर मामले की गंभीरता बताई एवं “डिजिटल अरेस्ट” जैसी किसी प्रक्रिया का कानून में प्रावधान नहीं है और किसी भी प्रकार की रकम न देने की सलाह दी गई। देवास पुलिस की सतर्कता और समय पर दी गई समझाइश से आवेदकों को बड़े सायबर फ्रॉड का शिकार होने से बचाया जा सका। देवास पुलिस द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान से न केवल साइबर अपराधों पर रोक लगाने में मदद मिल रही है, बल्कि नागरिकों में जागरूकता बढ़ाकर उन्हें सतर्क रहने की प्रेरणा भी मिल रही है।
संदिग्ध गतिविधि पर हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें-
उल्लेखनीय है कि जिलेवासियों को सायबर फ्रॉड से बचाने हेतु पुलिस अधीक्षक द्वारा जारी “ऑपरेशन सायबर” के तहत ज़िला पुलिस सायबर सेल ने 1 नवंबर 2024 से आज दिनांक तक कुल 48 अनावेदकगणों से संपर्क कर उनके साथ कुल 29,44,625 रुपए की फ्रॉड होने से बचाया गया है। पुलिस अधीक्षक श्री गेहलोद ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी अनजान लिंक, कॉल या संदेश पर व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें। यदि कोई संदिग्ध गतिविधि सामने आती है, तो तुरंत हेल्पलाइन पर संपर्क करें।
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