– यज्ञ में दिया गया दान हजार गुना होकर वापस हमको प्राप्त होता है
देवास। परम पूज्य गरुड़दास महाराज ध्यान साधना एवं सेवा न्यास के तत्वाधान में पंचमुखी धाम आगरोद में 11 कुंडीय श्रीलक्ष्मी नारायण महायज्ञ किया जाएगा। रविवार को भूमि पूजन एवं यज्ञ पताका फहराने का कार्यक्रम पंचमुखी धाम के महंत कृष्ण गोपालदास महाराज, निष्कलंक केश्वर आश्रम के स्वामी परमानंद पुरी महाराज, यज्ञ के मुख्य यजमान विशाल शुक्ला एवं आगरोद के वरिष्ठ नागरिक शंभूसिंह चावड़ा द्वारा किया गया। उपस्थित सभी भक्तों ने यज्ञ पताका को यज्ञ मंडप के ईशान कोण में विधिवत स्थापित किया। इस अवसर पर संबोधित करते हुए परमानंद पुरी महाराज ने कहा कि यज्ञ में केवल यजमान ही नहीं अपितु यज्ञ कार्य में सेवा देने वाले प्रत्येक कर्मवीर की आहुति सभी 33 करोड़ देवी-देवता स्वीकार करते हैं एवं तदनुसार उनको भी पुण्य प्राप्त होता है। यज्ञ कर्मों में दान के महत्व को भी प्रतिपादित करते हुए महाराजश्री ने कहा कि यज्ञ में दिया गया दान हजार गुना होकर वापस हमको प्राप्त होता है। इस अवसर पर पंचमुखी धाम के दामोदर आनंद गिरि तथागत, आनंद गिरि, राम लखन दास महाराज भी उपस्थित थे। सत्संग के पश्चात भंडारा किया गया। इसमें सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम में नारायणसिंह चावड़ा, दिलीपसिंह चावड़ा, भारतसिंह चावड़ा, अंकेश राठौर, दुर्गेश व्यास, अरुणकुमार, लखनदास बैरागी, शेरसिंह आदि उपस्थित थे। यह जानकारी न्यास के प्रचार प्रमुख वासुदेव परमार ने दी।
Leave a Reply