देवास। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय कालानी बाग सेंटर में संस्था की पूर्व प्रशासिका गुलजार दादी की द्वितीय पुण्यतिथि पर मां चामुंडा सेवा समिति सहित धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
जिले की मुख्य संचालिका प्रेमलता दीदी ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि दादीजी की इस द्वितीय पुण्यतिथि को दिव्यता दिवस के रूप में मनाने जा रहे हैं। दादी ने शांति, सद्भावना और विश्व कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। इस धरा पर ईश्वरीय ज्ञान सर्व मनुष्य आत्माओं तक पहुंचाया। परमात्मा ने उन्हें इस कार्य में निमित्त बनाया था। दादी एक अलौकिक, दिव्य शक्ति संपन्न और महान तपस्विनी थीं। 9 वर्ष की आयु से ही ईश्वरीय सेवा में समर्पित हो गई थीं। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के संस्थापक ब्रह्मा बाबा के अलौकिक जीवन से प्रेरित होकर दादी ने अपना संपूर्ण जीवन विश्व कल्याण में समर्पित कर दिया। बाल्यकाल से ही दिव्यता, सरलता, सत्यता और शांति की साक्षात्कार मूर्ति थीं। उन्होंने लाखों भाई-बहनों को आत्मानुभूति, परमात्मानुभूति करवाई। लगभग 53 वर्षों तक निरंतर ईश्वरीय संदेशवाहक बनकर इस यज्ञ की पालना की। दादीजी बहुत ही विनम्र व शांत स्वभाव की थीं।
उन्होंने अपने जीवनकाल में 100 से भी अधिक देशों में भ्रमण कर मनुष्य को शांति और सद्भावना के साथ सादा जीवन जीने की कला सिखाई। इसके लिए उन्हें उपाधियों व कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मां चामुंडा सेवा समिति के रामेश्वर जलोदिया, नरेंद्र मिश्रा, नारायण व्यास, सुषमा अरोरा, मनोरमा सोलंकी, हिना राठौर, अनीता राजपूत, राघवेंद्र राजपूत, अफजल भाई, मनीषा बहन, अपुलश्री बहन, हेमा बहन, विवेक भाई, सफला बहन, रत्नप्रभा बहन, पूर्णिमा बहन, मनीषा ठाकरे, रमा बहन, पुरण भाई, लक्ष्मीनारायण आदि ने शामिल होकर दादी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
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