किसी के चेहरे पर एक मुस्कान देना ही आनंद की अनुभूति है- प्रमुख सचिव श्री झा

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– हम टेक्निकल तौर पर तो मजबूत हो गए, लेकिन कल्चर में बहुत पीछे हैं-कलेक्टर श्री गुप्ता

– आनंदम विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित, की गई कार्रवाईयों से कराया अवगत

देवास। किसी के चेहरे पर एक मुस्कान देना ही आनंद की अनुभूति है। आनंदम विभाग हमेशा से प्रयासरत रहता है कि जो डिस्प्रेशन या तनाव में जीते हैं, उन्हें हंसाने का प्रयास करना ही आनंद उत्सव है।
उक्त बातें आनन्द एवं धर्मस्व विभाग, प्रमुख सचिव संजीव झा ने आज देवास विकास प्राधिकरण के कक्ष में कलेक्टर ऋषव गुप्ता की उपस्थिति में आयोजित आनंद विभाग की समीक्षा बैठक में कही। बैठक में सीईओ जिला पंचायत प्रकाशसिंह चौहान, जिला समन्वयक आनंदम विभाग समीरा नईम, पूर्व महापौर रेखा वर्मा, वरिष्ठ पत्रकार हेमंत शर्मा, शिक्षक महेश सोनी, आनंद ग्राम सोबलयपुरा से सरपंच श्री परिहार, टोंकखुर्द से डॉ अनार सिंह, बागली से सुनीता उदावत, शोभा गोस्वामी, शेर खान, हिना राठौर, कवि मनोज दुबे, जुगलकिशोर, राजेश पटेल सहित अन्य आनंदक उपस्थित थे।
बैठक में प्रमुख सचिव श्री झा ने देवास जिले में आनंदम विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि जिले में आनंदम विभाग द्वारा बहुत अच्छा कार्य किया जा रहा है। इनका कार्य प्रदेशभर में सबसे अच्छा है। मैंने यहां देखा कि जितने भी आनंदक बैठें हैं, वे सभी सकारात्मक सोच लिए हैं। आप सभी आनंद एवं सकारात्मकता के साथ कार्य करेंगे तो निश्चित ही दूसरों के चेहरों पर मुस्कान के साथ मन में सकारात्मकता लाएंगे। सभी आनंद को महसूस करें सभी जगह इसे फैलाया। आनंद उत्सव की गतिविधियों में शामिल होकर लोगों के मन सकारात्मकता का भाव लाने के लिए आप अपने कितनी समय में से जो समय दूसरों की आनंद का अनुभव दिलाने के लिए कर रहे हैं, वह भी सराहनीय है।

 

खुश रहना ही आनंद है-

प्रमुख सचिव श्री झा ने कहा कि हमने हमारे बचपन में खूब आनंद का अनुभव किया है तथा जो भी खेल खेलें हैं वह सब नेचुरल खेल खेलें हैं, लेकिन वर्तमान में अधिकतर कहीं ना कहीं तनाव में जीते हैं, उन्हें इन प्राकृतिक आनंद से जोड़ना है। दूसरे शब्दों में कहे तो खुश रहना ही आनंद है। उन्होंने कहा कि हमारा देखने का नजरिया बदल गया है। हम बुरा देखते हैं, इसलिए सभी को बुरा ही बताते हैं। अगर हम आनंद के अनुभव, अच्छा, सकारात्मक एवं सकून देने वाला नजरिया रखेंगे तो दूसरों को भी उसी नजरिये से जोड़ेंगे। यही सही मायने में आनंद का अनुभव है। हमें संकोच नहीं रखना चाहिए मिलजुल कर अच्छा कार्य करेंगे तो उसके परिणाम भी अच्छे आएंगे।

हम टेक्निकल तौर पर तो मजबूत, लेकिन कल्चर में बहुत पीछे हैं-कलेक्टर श्री गुप्ता

बैठक में कलेक्टर श्री गुप्ता ने कहा कि हम टेक्निकल तौर पर तो मजबूत हो गए हैं, लेकिन कल्चर में बहुत पीछे हैं। इसलिए हमें टेक्निकल तो मजबूत रहना ही है साथ ही कल्चर में भी मजबूत बनना है। हम सभी ने अपने बचपन में अच्छे आनंद के साथ खेल खेलें हैं और उनका आनंद लिया है, लेकिन जो टेक्निकल युग आने के बाद बच्चें इनसे दूर होते जा रहे हैं। वर्तमान में देखने में आता है कि करीब-करीब सभी व्यक्ति किसी न किसी तनाव में रहते हैं। इसलिए हमें यह तनाव दूर करना है। कलेक्टर श्री गुप्ता ने कहा कि आनंद उत्सव के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को मोटिवेट करें जिससे उन्हें आनंद का अनुभव महसूस हो सकें।

खेल मैदान विकसित किए जा रहे हैं-
बैठक में कलेक्टर श्री गुप्ता ने कहा कि जिले के गांवों में खेल मैदानों को विकसित किया जा रहा है। इसमें ग्रामीणों को भी जोड़ा जा रहा है। पिछले माह आनंद उत्सव के दौरान गांवों में उत्साह का वातावरण रहा। गांवों में बच्चों के साथ–साथ महिलाओं, बुजुर्गों, युवाओं ने भी उत्साह से सहभागिता की। जिसका प्रतिसाद यह मिला कि ग्रामीणों ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन हमेशा होते रहना चाहिए, जिससे हमारे अंदर पॉजिटिव एनर्जी रहे।

जिले में की जा रही गतिविधियों से कराया अवगत-
बैठक में जिला समन्यवक समीरा नईम ने जिले में अब तक, की जा रही गतिविधियों से अवगत कराया। उन्होंने आनंद उत्सव के दौरान आयोजित की गई प्रतियोगिताओं के बारे में बताया।

बावड़िया की आंगनवाड़ी का किया निरीक्षण-

प्रमुख सचिव ने बावड़िया की आंगनवाड़ी का निरीक्षण किया तथा आंगनवाड़ी की व्यवस्थाओं की सराहना की। इस दौरान महाकाल कालोनी के शासकीय माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया तथा आनंद उत्सव के दौरान भाग लेने वाले विजेताओं का पुष्पमाला पहनाकर स्वागत किया। वाल ऑफ हैप्पीनेस गजरा गियर्स,रोटी बैंक स्टेशन रोड, आनन्दम केंद्र महाकाल कॉलोनी का भी अवलोकन किया।

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