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कठिन परिस्थितियों में भी निराश नहीं हुए, संघर्ष कर प्रतिभा के बल पर किया समाज में बदलाव

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मप्र जन अभियान परिषद ने मनाई डॉ भीमराव अंबेडकर की 131वीं जयंती

आगर। जन अभियान परिषद विकासखंड आगर द्वारा डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती पर व्याख्यान माला का आयोजन जनपद सभा कक्ष आगर में किया गया। इसमें मुख्य अतिथि वरिष्ठ समाजसेवी लक्ष्मीनारायण चौहान, जिला प्रमुख समग्र ग्राम विकास हरीश श्रीवास्तव, अखिल भारतीय योग प्रमुख विद्या भारती समाजसेवी श्री कैलाश जैन, जिला समन्वयक जन अभियान परिषद प्रेमसिंह चौहान, जिला मंत्री भाजपा किसान मोर्चा धर्मराज यादव, मोहनलाल सूर्यवंशी पीसीओ जनपद थे। सर्वप्रथम अतिथियों द्वारा बाबा साहब के चित्र पर दीप प्रज्वलित व माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर जिला समन्वयक जन अभियान परिषद द्वारा स्वागत भाषण दिया गया। प्रमुख वक्ता हरीश श्रीवास्तव ने कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को महू मध्यप्रदेश में ही हुआ था। भीमराव अंबेडकर ने उस समय की परिस्थितियों में बहुत संघर्ष किया, लेकिन प्रतिभा के धनी होने के कारण वे संघर्ष से निराश नहीं हुए और अपनी शैक्षणिक योग्यता को बढ़ाते रहे। उन्होंने अपनी पढ़ाई देश और विदेश में की। अपनी प्रतिभा के दम पर समाज में बहुत परिवर्तन लाए। उन्होंने कई डिग्रियां प्राप्त की। उनको भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया। 29 अगस्त 1947 को उन्हें भारतीय संविधान निर्माण समिति का अध्यक्ष बनाया गया। हम आज उनकी 131वीं जयंती मना रहे हैं। हम सबको उनके जीवन से प्रेरणा लेना चाहिए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लक्ष्मीनारायण चौहान ने कहा कि महापुरुष किसी धर्म, जाति विशेष के नहीं होते। वे पूरे राष्ट्र के होते हैं। डॉ भीमराव अंबेडकर एक महान राजनीतिक, विचारक, सामाजिक दार्शनिक, अर्थशास्त्री लेखक थे। संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर ने इस देश को बहुत कुछ दिया। उनके विचार हर व्यक्ति तक पहुंचे, ऐसा हम सबको प्रयास करना चाहिए। इस अवसर पर कैलाश जैन ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन मेंटर्स नारायणसिंह बगाना ने किया। आभार दिनेश तिवारी ने माना। कार्यक्रम में नवांकुर/ प्रस्फुटन /सीएमसीएलडीपी/ छात्र, स्वैच्छिक संगठन उपस्थित हुए।

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