देवास। विकासनगर चौराहा पर मंगलवार सुबह माताजी की मूर्ति क्षतिग्रस्त अवस्था में मिलने से हड़कंप मच गया था। इस दौरान पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मूर्ति को क्षतिग्रस्त करने वाले को सिर्फ दो घंटे में ही गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। आरोपी के खिलाफ पूर्व में भी कई प्रकरण दर्ज है।
पुलिस के अनुसार ईश्वरनगर निवासी ममता पति हरीश परिहार ने पुलिस को सूचना दी थी कि विकासनगर चौराहा स्थित माताजी की मूर्ति को किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसकी जगह से हटाकर साइड में फेंक दिया, जिससे मूर्ति क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई है।
रिपोर्ट पर थाना औद्योगिक क्षेत्र में धारा 298 बीएनएस का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। आरोपी की जल्द गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद ने निर्देशित किया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयवीर सिंह भदौरिया के मार्गदर्शन एवं नगर पुलिस अधीक्षक दीशेष अग्रवाल के निर्देशन थाना प्रभारी शशिकांत चौरसिया के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। टीम के द्वारा तकनीकी एवं मुखबिर तंत्र सक्रिय किए गए व घटनास्थल और आसपास के सीसीटीवी फुटेज और गार्डनों के कैमरों की जांच की गई। इसमें एक व्यक्ति संदिग्ध प्रतीत हुआ। उक्त व्यक्ति से घटना के बारे में पूछताछ की गई। उसने बताया कि वह रात में स्वास्तिक गार्डन में शादी में शामिल होने आया था। शराब के नशे में गार्डन का गेट बंद होने पर गुस्से में उसने विकास नगर चौराहे पर माताजी की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया था।
जांच में पाया गया कि आरोपी राधेश्याम पिता भागीरथ रंगवाल उम्र 45 वर्ष निवासी साजोद जिला शाजापुर हाल निवासी रामचंद्र नगर देवास के खिलाफ पूर्व में भी आपराधिक रिकॉर्ड हैं। पुलिस टीम ने सतर्कता और त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को मात्र 2 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया।
सराहनीय कार्य- उक्त सराहनीय कार्य में थाना प्रभारी शशिकांत चौरसिया, उनि विजय सोनी, गोविंद बड़ोलिया, सर्जनसिंह मीणा, प्रधान आरक्षक घनश्याम, सुरेश धाकड़, शैलेंद्र राणा, आरक्षक अजय एवं लक्ष्मीकांत की सराहनीय भूमिका रही।
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