देवास पुलिस ने साइबर फ्रॉड होने पर होल्ड करवाई राशि

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  • अब लौट रही साइबर फ्रॉड में गई धनराशि, पुलिस ने प्रारंभ किया ऑपरेशन साइबर
  • नवागत एसपी ने गठित किया जिला स्तरीय साइबर-तंत्र, प्रत्येक थाने पर मौजूद हुए साइबर-मित्र

देवास। पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद ने 360-पुलिसिंग के अन्तर्गत जिलेवासियों को साइबर फ्रॉड से राहत प्रदान करने हेतु “ऑपरेशन साइबर” प्रारंभ किया है। इस अभियान के अंतर्गत जिला स्तरीय साइबर सेल के माध्यम से प्रत्येक थाना पर पदस्थ दो-दो पुलिसकर्मियों को “साइबर मित्र” के रूप में चिन्हित कर उन्हें साइबर फ्रॉड संबंधी मामलों में त्वरित कार्रवाई हेतु प्रशिक्षित किया है। थाना स्तर पर प्रतिदिन “पुलिस चौपाल” आयोजित कर पुलिस जनता को साइबर फ्रॉड से बचने के उपाय बता रही है। साइबर फ्रॉड होने पर तत्काल 1930 या 100 नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज कराने हेतु प्रेरित भी कर रही है।

इसी अनुक्रम में सोमवार को आवेदक गणेश परते निवासी थाना सतवास ने साइबर फ्रॉड के जरिए 5 हजार रुपए ठगे जाने की शिकायत दर्ज कराई थी। त्वरित कार्रवाई करते हुए थाना सतवास में पदस्थ साइबर मित्र आरक्षक गंगाराम नरगावे व राजेन्द्र राजपूत ने आवेदक से चर्चा कर फ्रॉड संबंधित जानकारी निर्धारित फॉर्मेट में प्राप्त की। इसे जिला साइबर सेल को प्रेषित किया, जहां से उक्त जानकारी एनसीआरपी पोर्टल पर दर्ज की गई और सतत मॉनिटरिंग की गई।

सतवास थाना साइबर मित्र और ज़िला स्तरीय साइबर सेल द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई के चलते आवेदक की फ्रॉड गई राशि को होल्ड करवाने में सफलता प्राप्त की गई, जिसे अग्रिम वैधानिक कार्रवाई कर न्यायालयीन आदेश के द्वारा आवेदक के खाते में पुनः लौटाया जाएगा।

देवास पुलिस अधीक्षक श्री गेहलोद ने बताया कि साइबर फ्रॉड से बचने हेतु अनजान कॉलर को कोई भी निजी जानकारी शेयर नहीं करें और ना ही अनजान लिंक पर क्लिक करें। साइबर फ्रॉड होने पर तत्काल साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या डायल 100 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराने की अपील भी देवास जिलेवासियों से की है।

उल्लेखनीय है कि जिलेवासियों को साइबर फ्रॉड से बचाने हेतु पुलिस अधीक्षक देवास श्री पुनीत गेहलोद द्वारा जारी “ऑपरेशन साइबर” के तहत ज़िला पुलिस साइबर सेल ने 1 नवंबर 2024 से लेकर आज दिनांक तक 3,24,000 लाख रुपये की ठगी गई राशि पुनः पीड़ितों के खाते में लौटाई है एवं विभिन्न शिकायतों में 11,24,086 रुपए को होल्ड भी कराया है जिसे अग्रिम वैधानिक कार्रवाई कर आवेदकों को लौटाया जाएगा।

पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में ज़िले में साइबर फ्रॉड के प्रत्येक मामले पर विशेष ध्यान देकर तत्काल फ्रॉड गई राशि को ना सिर्फ फ्रीज करवाया जा रहा है, बल्कि विस्तृत रिपोर्ट बनाकर न्यायालय में पेश करते हुए फ्रॉड गई राशि को पुनः आवेदक के खाते में भी लौटाया जा रहा है।

पुलिस कप्तान ने बताया कि 1 नवंबर 2024 से जारी “ऑपरेशन साइबर” के तहत अब तक कुल 77 साइबर फ्रॉड शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें त्वरित कार्रवाई करते हुए 40 मामलों में पुलिस ने राशि होल्ड करवाने में सफलता प्राप्त की है। इस प्रकार साइबर फ्रॉड मामलों में रिकॉर्ड 52 प्रतिशत सक्सेस रेट प्राप्त करते हुए देवास पुलिस लगातार पेशेवर रूप में आगे बढ़ रही है।

विशेष भूमिका- निरीक्षक अशीषसिंह राजपूत, उनि कपिल नरवले, प्रआर शिवप्रतापसिंह सेंगर, प्रआर.गीतिका कानूनगो, आरक्षक योगेश कदम, निशा पाटोरिया, आरतीसिंह चौहान का विशेष भूमिका है।

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  1. Ravi patidar Avatar

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